छिंदवाड़ा तक चलती है
पूछने पर परिचालक ने बताया कि 61 सीटर बस है। रीवा से छिंदवाड़ा तक चलती है। साढ़े चार बजे छूटेगी। यात्री छोटू, नरेश, शिवलाल साकेत आदि ने कहा कि अभी हाल में ही सीधी में हादसा हो गया। हमारे गांव के बगल के तीन लोगों की जान चली गई। खटारा से लग्जरी बस जाएंगे। खटारा पर चढऩे से इंकार करते हुए बगल में खड़ी पूजा नागपुर ट्रेवल्स (यूपी-70जीटी-9988) के पास गए। बस पर चढकऱ देखा फिर चढकऱ नागपुर के लिए रवाना हो गए।
जिम्मेदारों के चश्में नहीं दिख रही खटारा बसें
हैरान करने वाली बात तो यह कि नए बस स्टैंड पर जिस बस को यात्रियों ने खटारा बताकर चढऩे से इंकार कर दिया, वह बस छिंदवाड़ा से रीवा तक रोज सवारियों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। हादसे के बाद भी न तो जिम्मेदार और न ही बस आपरेटर सबक ले रहा है। । जिम्मेदारों के चश्में रस्सी से बंधे गेट व तार से बंधी खिडक़ी व मुख्य गेट का टूट शीशे नहीं दिख रहे हैं। यही नहीं इस बस में न तो फस्र्ट एड बाक्स है और न ही अग्निशमन टंकी है। चालक व परिचालक ड्रेस तक नहीं पहने। यही नहीं शीशे पर वाहन की जानकारी भी चस्पा नहीं की गई है।