जिला मुख्यालय पर करहिया कृषि मंडी परिसर में स्थित बिहरा खरीद केन्द्र पर गेहूं की तौल सेल्समैन करा रहा है। जिससे तमरा, पडिय़ा और बासी ग्राम पंचायतों में राशन वितरण प्रभावित हो गया है। ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों को सूचना दी है कि अप्रैल और मई माह में सेल्समैन दयाशंकर शुक्ल बिहरा केन्द्र पर गेहूं की तौल में लगे हुए हैं। जिससे गरीबों को समय से राशन नहीं दिया जा रहा है। इसी तरह करहिया मंडी परिसर में चोरहटा खरीद केन्द्र पर सेल्समैन रमेश शुक्ल गेहूं की तौल कर रहे हैं।
गोड़हर गांव का राशन वितरण प्रभावित है। ये कहानी इन पंचायतों की नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र की 350 से अधिक दुकानों की यही स्थिति है। दरअसल, गेहूं की तौल में दो दर्जन से ज्यादा सेल्समैन लगे हुए हैं। इसके अलावा सैकड़ोड्ड दुकानों को सेल्समैनों को प्रभार पर दिया गया है। जिससे राशन वितरण की व्यवस्था अव्यवस्था की भेंट चढ़ गई है। हर माह गरीबों को समय से राशन वितरण नहीं किया जा रहा है।
मई माह में शासन ने जिले में 3.88 लाख से अधिक परिवारों को राशन दिया है। हर माह एक से तीन तारीख के बीच वितरण का काम चालू हो जाता है। 15 तारीख तक वितरण की डेडलाइन दी गई है। इस माह के 11 दिन बीत गए हैं, अभी तक महज 25 फीसदी ही गरीबों को राशन मिला है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के रेकॉर्ड के मुताबिक जिले में शनिवार की स्थिति में 3.88 लाख परिवारों में से 17362 परिवारों को ही राशन मिला है। जबकि अभी 2.91 लाख परिवार राशन से दूर हैं। विभागीय अधिकारी तर्क दे रहे हैंकि ज्यादातर सेल्समैन वितरण व्यवस्था के साथ-साथ खरीद केन्द्रों पर गेहूं की तौल में लगे हुए हैं। इसलिए वितरण देर से चालू हो सका है।
जिले में शहरी राशन दुकानों पर लंबी कतार लगी है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र की ज्यादातर दुकानों पर गरीब दुकानें खुलने का इंतजार कर रहे हैं। जिले के तमरा, बांसी सहित सैकड़ों की संख्या में दुकानें अप्रैल और मई माह में समय से नहीं खुल रही हैं। जिससे राशन लेने के लिए दुकान पर पहुंच रहे कार्डधारी बैरंग लौट रहे हैं।
जिले में 892 दुकानों पर दाल वितरण की प्रगति शून्य है। जबकि कई ऐसी भी दुकानें हैं जहां पर अभी तक शक्कर का भी वितरण नहीं किया गया है। नगर पंचायत बैकुंठपुर में अभी तक महज ११ परिवारों को शक्कर दिया गया है। जबकि इस नगर परिषद में कुल १२९६ परिवारों को राशन का लाभ दिया जा रहा है। अभी तक ५८८ परिवार को राशन मिला है। सेमरिया नगर परिषद में १४५४ परिवारों में महज ३५ गरीबों को राशन दिया गया है। जबकि यहां पर शक्कर दो परिवारों को दिया गया है।
जिले के नगर परिषद नईगढ़ी में राशन की दुकान पर उपभोक्ताओं की लंबी कतार लगी है। जबकि नगर निगम रीवा में अभी तक चालीस फीसदी गरीबों को ही राशन मिल सका है। मनगवां नगर परिषद में वितरण की स्थिति अभी शून्य है। इसके अलावा जिले की ज्यादातर नगर परिषद एरिया में वितरण की स्थित ठीक नहीं है।
जिले में कुछ दुकानों के सेल्समैनों को वितरण के साथ ही खरीद केन्द्र पर तौल के लिए ड्यूटी लग गई है। जिससे वितण की प्रगति धीमी है। समय से राशन वितरण के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है।
ठाकुर राजेन्द्र सिंह, नियंत्रक, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम