स्कूलों के शिक्षकों की लापरवाही की वजह से समय पर इन पाउडरों का वितरण नहीं हो पाने की वजह से एक्सपायरी डेट के हो गए हैं। इसलिए अब खुले में फेंका गया है, जहां पर बच्चे इन पाउडर से खेलते पाए गए। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यदि एक्सपायरी डेट के पाउडर थे तो इन्हें किसी सुरक्षित जगह पर फेका जाना चाहिए था लेकिन शिक्षकों ने मनमानी रूप से बाहर फेक दिया, जिसे बच्चे खेल रहे हैं और यदि खा लिए तो नुकसान भी पहुंचेंगे।
इस संबंध में मनिकवार के सीएसी राममणि जायसवाल ने कहा है कि वर्तमान में दूध पाउडर का आवंटन ही नहीं हुआ है। पुराना स्टाक कोई फेक गया होगा, यदि ऐसा है तो वह इसकी जांच कराएंगे। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद शिक्षकों ने दूध पैकेट के कचरे को साफ कर दिया है।