– सिलपरा से खराबी को सुधारा गया
शहर में कई जगह जांच करने के बाद जब फाल्ट का पता नहीं चला तो बिजली कंपनी के अधिकारियों की टीम सिलपरा पहुंची, जहां से सप्लाई में कुछ तकनीकी खराबी थी। उसमें सुधार कराया गया, जिसके बाद सायं करीब छह बजे से कुठुलिया और रानीतालाब के फिल्टर प्लांटों को बहाल किया गया। पूरे दिन प्लांट बंद रहने के कारण शहर की टंकियां नहीं भर पाई इस कारण नलों के माध्यम से होनी वाली सप्लाई बाधित रही।
लगातार चार दिनों से पेयजल सप्लाई बाधित होने से कई मोहल्लों में पानी की बिकराल समस्या उत्पन्न हो गई थी। लगातार निगम अधिकारियों के पास फोन आते रहे। जिसकी वजह से संबंधित मोहल्लों में पानी के टैंकरों को भेजा गया। पानी की मांग इतना अधिक थी कि एक ही जगह पर पूरे टंैकर की जरूरत महसूस की जा रही थी लेकिन सभी को उपलब्ध कराया जा सके इस कारण कम मात्रा में ही पानी दिया गया।
– शहर पानी के लिए परेशान, आयुक्त बेखबर
नगर निगम क्षेत्र में बिजली की समस्या के कारण पानी की सप्लाई भी बाधित हुई है। लगातार चार दिनों से मोहल्लों में लोग परेशान हैं। इसकी शिकायतें नगर निगम के प्रभारी आयुक्त अर्पित वर्मा से भी की गई लेकिन उनकी ओर से शिकायतों पर गंभीरता नहीं ली गई। लोगों के फोन ही रिसीव नहीं किए। साथ ही कुछ जनप्रतिनिधियों ने पानी की समस्या से अवगत कराया तो वे बेखबर रहे।
– पानी की समस्या पर लोगों का फूटा आक्रोश, कंपनी कर्मचारी के साथ मारपीट
लगातार शहर में पानी की समस्या के चलते अब स्थानीय लोगों का आक्रोश भी फूटने लगा है। शहर में पानी सप्लाई करने सीएमआर कंपनी के कर्मचारियों के साथ गली-गलौज और झूमाझटकी हुई है। अखाड़घाट के पास रानीतालाब फिल्टर प्लांट में स्थानीय लोग पहुंचे और वहां पर मौजूद कर्मचारियों के साथ विवाद किया। इसकी घटना निगम के अधिकारियों को पता चली तो मौके पर पहुंचे और पुलिस को भी बुलाया गया। बताया गया है कि सीएमआर कंपनी के कर्मचारियों ने कहा है कि इस तरह से मारपीट होगी तो वह पानी की सप्लाई का काम रोक देंगे। निगम के अधिकारियों ने कहा है कि मामला सुलझा लिया गया है, पानी सप्लाई पर कोई असर नहीं होगा।