सागर

मौत के 10 दिन बाद चुनाव जीतकर सरपंच बना ये शख्स, जीत की वजह आपको कर देगी हैरान

ग्राम कजेरा से सरपंच पद के प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए रविंद्र सिंह ठाकुर की मौत मतदान से 10 दिन पहले हो गई थी। अब वो अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी से 255 वोटों से जीते हैं।

सागरJul 03, 2022 / 05:06 pm

Faiz

मौत के 10 दिन बाद चुनाव जीतकर सरपंच बना ये शख्स, जीत की वजह आपको कर देगी हैरान

सागर. मध्य प्रदेश में दूसरे चरण का पचायत चुनाव मतदान संपन्न हो चुका है। इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने हर सुनने वाले को हैरान करके रख दिया है। आपको बता दें कि, पंचायत चुनाव में खड़े हुए एक सरपंच प्रत्याशी की मतदान से 10 दिन पहले मौत हो गई थी। इसके बाद शायद उनके प्रतिद्वंदी प्रत्याशी को लगा होगा कि, उनका कांम्पिटीशन खत्म हो गया है और अब जीत पक्की है। लेकिन, मतदान के बाद जब नतीजे सामने आए तो वो हैरान करने वाले थे। जीत उसी प्रत्याशी की हुई है, जिसकी मौत 10 दिन पहले हुई थी। दरअसल, ग्रामीणों ने बैलेट पेपर में उसका नाम देखा तो मृतक के प्रति उनकी सहानुभूति बढ़ी और अधिकतर वोटरों ने उसी को वोट दे दिया।आपको बता दें कि, मृतक को चुनाव में 255 वोटों से जीत हासिल हुई है।


बता दें कि, जीत का ये अजब गजब मामला मध्य प्रदेश के सागर जिले के अंतर्गत आने वाले देवरी विकासखंड की ग्राम पंचायत कजेरा का है। यहां सरपंच पद की दावेदारी करते हुए रविंद्र सिंह ठाकुर चुनावी मैदान में थे। उनके सामने दो अन्य प्रत्याशी भी चुनाव लड़ रहे थे। इसी बीच चुनाव से ठीक 10 दिन पहले 22 जून को हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई। प्रत्याशी की मौत के बाद उनका पूरा परिवार शोक में डूब गया। वहीं 1 जुलाई को हुए मतदान में अधिकतर ग्रामवासियों ने रविंद्र के पक्ष में वोट डाले और 255 वोटों से अपने प्रतिद्वंदी से उन्हें ही जिता दिया।

 

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इस तरह हुई रविंद्र सिंह ठाकुर की जीत

सामने आए परिणामों के अनुसार, कुल 1043 वोट पड़े हैं, जिनमें से 512 वोट रविंद्र को, चंद्रभान अहिरवार को 257 और विनोद सिंह को 153 वोट मिले है। इसके अलावा, दो वोट नोटा को गए हैं। बता दें कि, इस ग्राम पंचायत में कुल 1296 मतदाता हैं।


राजनीति से जुड़ा है रविंद्र का पूरा परिवार

सरपंच प्रत्याशी रविंद्र सिंह गौर का परिवार काफी प्रभावशाली माना जाता है। मृतक इसी पंचायत से पहले भी सरपंच रह चुके हैं। वहीं, उनकी भाभी सिमलेश सुरेंद्र सिंह जिला अध्यक्ष रह चुकी हैं। उनके बड़े भाई सुरेंद्र सिंह जिला पंचायत के उपाध्यक्ष रहे हैं। इसी वजह से उनका इलाके में काफी प्रभाव है। इसी वजह से पूरे पंचायत क्षेत्र के लोगों ने सहानुभूति दिखाते हुए रविंद्र की मौत के बावजूद भी उन्हीं को अपना सरपंच चुन लिया।


14 जुलाई को घोषिच होंगे परिणाम

इस मामले में पंचायत चुनाव के निर्वाचन अधिकारी देवरी तहसीलदार संजय दुबे का कहना है कि, अभी परिणाम घोषित नहीं हुए हैं। परिणामों का ऐलान 14 जुलाई को होगा।उन्होंने कहा कि रविंद्र सिंह के निधन की जानकारी परिजन द्वारा नहीं दी गई थी। ऐसे में अब आगामी कार्यवाही निर्वाचन आयोग के निर्देश के आधार पर सुनिश्चित होगी।

 

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