हम्मालों ने की एसडीएम से शिकायत
सागर•Jan 28, 2019 / 08:52 pm•
sachendra tiwari
Commercial use of tractor-trolley
बीना. कृषि उपज मंडी में बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से अनाज की ढुलाई कराई जाती है, लेकिन इनके पास नियमानुसार न तो व्यवसायिक उपयोग के दस्तावेज हैं और न ही बीमा, जिससे घटना होने पर हम्मालों के परिवार को राहत राशि नहीं मिल पाती है। नियम विरुद्ध चल रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली चलाने वालों पर कार्रवाईकी मांग को लेकर हम्मालों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।
और क्या घालमेल चल रहा है बीना में?
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है हम्माल वीरू पिता मुन्नालाल और दयाल पिता खुमान अहिरवार दोनों मंडी में हम्माली का काम करते थे। कुछ वर्ष पूर्व ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से दोनों की जान चली गई। इनको बीमा का लाभ नहीं मिला, क्योंकि ट्रैक्टर-ट्रॉली के दस्तावेज, बीमा नहीं था। जबकि ट्रैक्टर-ट्रॉली का व्यावसायिक बीमा होना था। हम्मालों के परिवार को राहत राशि न मिलने से भरण पोषण भी नहीं हो पा रहा है। इस तरह की घटना आगे न हो इस ओर ध्यान देना चाहिए। यदि अब ऐसी घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी मंडी प्रशासन की होगी। क्योंकि हम्माल मंडी का लायसेंसधारी है, लेकिन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का परिवहन लायसेंस नहीं है। मंडी में चल रहे करीब पचास ट्रैक्टर-ट्रॉली कृषि कार्य के हैं और व्यावसायिक उपयोग कर रहे हैं, इसलिए इनपर कार्रवाईकी जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में संतोष अहिरवार, ममता अहिरवार, सरोज अहिरवार, धर्मेंद्र, प्यारेलाल, पूरनलाल, बलराम अहिरवार, सतीश आदि शामिल हैं।
क्षमता से अधिक भरते हैं बोरे
ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में क्षमता से अधिक बोरे भरे जाते हैं। ६० क्ंिवटल तक वजन ट्रॉलियों में भर दिया जाता है, जबकि २५ बोरे ही नियमानुसार ट्रॉली में भरे जा सकते हैं। इसके बाद भी पुलिस द्वारा इनपर कार्रवाईनहीं की जाती है।