परिजनों ने एसडीएम से की शिकायत
सागर•Jan 30, 2019 / 09:12 pm•
sachendra tiwari
Debt taken after the death of the deceased
बीना. कर्जमाफी की सूचियों में पूर्व में हुए भ्रष्टाचार की पर्ते खुलकर सामने आ रही हैं। कई ऐसे किसानों ने नाम सूची में आ रहे हैं जिन्होंने ऋण लिया ही नहीं हैऔर उनके नाम पर ऋण है। बुधवार को एक मामला ऐसा सामने आया है, जिसमें जिसमें करीब पच्चीस वर्षपूर्वएक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, लेकिन वर्ष२०१४ में उसके नाम पर ऋण लिया गया है। इसकी शिकायत मृतक के भाईने एसडीएम से कर जांच की मांग की है।
ग्राम चमारी निवासी मृतक मुन्नी आदिवासी के भाईजमना ने शिकायत में उल्लेख किया हैकि वह कृषि और मजदूरी का कार्य करता है। मुन्नी उसके साथ रहता था और मरने के बाद जमीन जमना के पास ही है। वर्ष २०१४ में मुन्नी की जमीन पर सेंट्रल बैंक से दो लोगों ने 80 हजार रुपए का ऋण निकाला था। बैंक के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली कि मुन्नी के नाम पर कर्ज लिया गया है। यह कर्ज रणधीरा और रमेश द्वारा लेने का आरोप लगाया गया है। कर्जमाफी की सूची और खसरा की नकल में ऋण लेने का उल्लेख भी है।
शीघ्र होनी चाहिए एफआइआर
शिकायत करने पहुंचे जनपद अध्यक्ष इंदरसिंह ने बताया कि किसानों के नाम पर भारी गड़बड़ी हुई है। जिससे किसानों को कर्जदार बनाया गया है। चमारी गांव में भी कुछ ऐसा ही हुआ। इस मामले में दोषियों पर शीघ्र ही एफआइआर दर्ज होनी चाहिए।
पच्चीस वर्ष बाद भी नहीं उठी फौती
मुन्नी की मौत करीब पच्चीस वर्ष पहले होने के बाद भी अभी तक राजस्व विभाग द्वारा फौती नहीं उठाईगईहै। जबकि किसी व्यक्ति के मरने के बाद कुछ दिनों ही फौती उठनी चाहिए। यहां राजस्व विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है।
कर रहे हैं शोकाज नोटिस जारी
मौत के बाद ऋण लेने का मामला सामने आया है। इस संबंध में बैंक मैनेजर को शोकाज नोटिस जारी किया जा रहा है। यदि कोई गड़बड़ी की गईहै तो इस मामले में कार्रवाईकी जाएगी।
डीपी द्विवेदी, एसडीएम, बीना
Home / Sagar / video: यहां मरने के बाद मृतक के नाम पर निकला बैंक से ऋण, सूची में नाम देख परिजन रह गए हैरान