सिविल अस्पताल में बीना का मामला
सागर•Jun 21, 2019 / 01:27 pm•
sachendra tiwari
Doctor declared dead to live-in person
बीना. सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही वैसे तो आए दिन सामने आते हैं, लेकिन इस बार जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित करने का मामला सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार गुुरुवार रात 9 बजे अस्पताल से डॉ. अविनाश सक्सेना ने अस्पताल के एक कर्मचारी से मेमो भिजवाया था, जिसमें वृद्ध किशन पिता कशीराम सोनी (72) निवासी नौगांव छतरपुर की इलाज के दौरान मौत होने की बात लिखी थी। मेमों के आधार पर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया और शुक्रवार सुबह थाना प्रभारी अनिल मौर्य मृतक का पीएम कराने पहुंचे और उसे उठाने की कोशिश की तो उसकी सांसे चल रही थीं। वृद्ध से जब बात की तो वह फूट—फूट कर रोने लगा। इसके बाद उसे वॉटल लगाकर फिर से इलाज शुरू किया गया। इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह 10.20 बजे वृद्ध की मृत्यु हो गई। इस घटना से यह तो साफ हो गया है कि डॉक्टरों द्वारा कितनी गंभीरता से कार्य किया जा रहा है।
अलग वार्ड में था वृद्ध
वृद्ध अकेला और गरीब था इसलिए उसे अस्पताल के एक खाली वार्ड में रखा गया था। उसकी देखरेख करने वाला भी कोई नहीं था। ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि उसका इलाज हुआ भी है या नहीं और इलाज के अभाव में ही उसने दम तोड़ दिया।
रात नौ बजे आया था मेमो
रात नौ बजे वृद्ध की मौत हो जाने का मेमो आया था। जिसपर मर्ग कायम कर लिया था और जब सुबह पीएम कराने पहुंचे तो वृद्ध जिंदा था।
अनिल मौर्य, थाना प्रभारी
बाद में देंगे जानकारी
अभी हम सो रहे हैं और इस संबंध में बाद में जानकारी देंगे।
डॉ. अविनाश सक्सेना, सिविल अस्पताल, बीना
Home / Sagar / big breaking: डॉक्टर ने वृद्ध को मृत घोषित कर थाने भेजा मेमो, पुलिस पहुंची पीएम कराने तो बोलने लगा मृतक, देखें वीडियो