पचास प्रतिशत ज्यादा हुई बोवनी
सागर•Jun 25, 2022 / 07:34 pm•
sachendra tiwari
Fields dried up due to clear weather, farmers engaged in sowing work day and night
बीना. इस वर्ष शुरुआत में ही अच्छी बारिश होने और फिर मौसम साफ होने से खेत सूख गए हैं, जिससे किसानों ने बोवनी शुरू कर दी है। अभी किसान दिन-रात बोवनी के कार्य में लगे हुए हैं, क्योंकि मौसम विभाग द्वारा कुछ दिनों बाद बारिश की संभावना जताई जा रही है। क्षेत्र में खरीफ फसल का रकबा 50 हजार हेक्टेयर है और इस बार सबसे ज्यादा सोयाबीन की बोवनी किसान कर रहे हैं। पिछले दिनों छह इंच बारिश हुई थी, जो बोवनी के लिए पर्याप्त है और फिर मौसम साफ होने से खेत भी सूख गए हैं। समय पर बोवनी हो, इसलिए दिन-रात खेतों में ट्रैक्टर चल रहे हैं। यदि अब बारिश होगी तो बोवनी नहीं हो पाएगी। शनिवार तक करीब 50 प्रतिशत से ज्यादा क्षेत्र में बोवनी हो चुकी है। इस वर्ष शुरुआती बारिश अच्छी होने से समय पर बोवनी हो जाएगी, जिससे फसल अच्छी होगी। कृषि विभाग द्वारा किसानों को प्रमाणित बीज उपचार के बाद बोने की सलाह दी जा रही है।
बढ़ गई है लागत
किसानों का कहना है कि डीजल, खाद, बीज के दाम बढऩे से खरीफ फसल की लागत बढ़ गई है। बाजार में सोयाबीन बीज की कमी और सरकारी बीज न आने से व्यापारी मनमाने दामों पर बीज बेच रहे हैं। डीएपी खाद भी 1350 रुपए में मिल रहा है। साथ ही कृषि उपज मंडी से अप्रमाणित बीज किसान महंगे दामों पर खरीद रहे हैं, जिससे समय पर बोवनी हो जाए। यदि सरकारी बीज आएगा भी, तो वह तब तक बोवनी हो जाएगी।
उड़द की आईं मिनी किट
कृषि विभाग में प्रदर्शन बीज में उड़द की किट आई हैं। यह किट छोटे किसानों को दी जा रही हैं। एक किट चार किलो की है, जो एक किसान को एक किट बीज तैयार करने के लिए दी जा रही है। बीज का अंकुरण और उत्पादन का कृषि विभाग द्वारा रिकॉर्ड रखा जाता है।