शिक्षा विभाग की टीमें कर रहीं जांच
सागर•Jun 01, 2019 / 10:00 pm•
sachendra tiwari
Irregularities found in inspection of coaching institutes
बीना. नगर में खुली कोचिंगों की जांच शिक्षा विभाग की टीम ने शुरू कर दी हैं, जिसमें भारी अनियतिताएं सामने आ रही हैं। एक भी कोचिंग का रजिस्ट्रेशन नहीं है और नहीं अन्य व्यवस्थाएं हैं। जिससे यहां आने वाले विद्यार्थियों की सुरक्षा भी दांव पर लगी हुई है।
टीम द्वारा शनिवार को करीब नौ कोचिंग सेंटरों की जांच की गई है। जांच के दौरान स्टाफ का पुलिस वेरीफिकेशन नहीं मिला है, जबकि बाहर के लोग आकर कोंचिंग सेंटर चला रहे हैं। यही नहीं किसी भी कोचिंग में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय नहीं हैं, सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, एक भी कोचिंग का रजिस्ट्रेशन नहीं मिला है, अग्निशमन यंत्र भी नहीं लगाए हैं। कोचिंग सेंटरों में विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार पर्याप्त जगह भी नहीं है, जिससे कमरों को बाहर तक विद्यार्थी बैठते हैं। कोचिंग सेंटरों पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है, जिससे सड़कों पर वाहन खड़े किए जा रहे हैं। सेंटरों पर छात्राओं की सुरक्षा के लिए गार्ड की व्यवस्था भी नहीं की गई है। जबकि कोचिंग सेंटर सुबह 6 बजे से शुरू होते हैं और रात 8 बजे तक खुले रहते हैं। टीम में बीईओ दिनेश यादव, बीएस प्रमोद अहिरवार, जनशक्षिक संजय डाबरिया शामिल थे। बीईओ ने बताया कि एक कोंचिग सेंटर पर सीसीटीवी कैमरा और एक जगह अग्निशमन यंत्र मिला है। साथ ही किसी भी कोचिंग सेंटर का रजिस्टर्ड किरायानामा भी नहीं मिला है।
गली में चल रही कोचिंग
स्टेशन रोड पर नगरपालिका के बाजू से कोचिंग सेंटर चल रहा है और सेंटर तक पहुंचने के लिए एक संकरी गली है और कोई हादसा होता हैतो भागने के लिए भी जगह नहीं मिलेगी। विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार बैठने की व्यवस्था भी नहीं है।
सैकड़ों कोचिंग सेंटर चल रहे शहर में
शहर में सैकड़ों कोचिंग सेंटर चल रहे हैं जो शहर की गली-गली में संचालित हो रहे हैं। रजिस्ट्रेशन न होने के कारण टीम को कोचिंग सेंटर तलाशने में भी परेशानी हो रही है। कुछ लोग घरों में भी सेंटर चला रहे हैं।
सरकारी शिक्षक भी चला रहे कोचिंग
शहर में सरकारी शिक्षक भी कोचिंग देने से पीछे नहीं हट रहे हैं। वह भी घर या अन्य जगहों पर कोचिंग क्लास चला रहे हैं। जबकि नियमानुसार सरकारी शिक्षक कोचिंग क्लास नहीं चला सकते हैं।