तीन दिवसीय कार्यक्रम का हुआ समापन
सागर•Jan 23, 2020 / 09:24 pm•
sachendra tiwari
Lord Adinath was consecrated
बीना. ब्र. संदीप भैया के सान्निध्य और ब्र. नरेश भैया के मार्गदर्शन में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक मेला के समापन, भगवान आदिनाथ के मोक्ष कल्याणक पर श्रद्धालुओं ने निर्वाण लाडू चढ़ाया।
इस अवसर पर हीरक, स्वर्ण, रजत एवं कांस्य के कलशों से बड़े बाबा का महामस्तकाभिषेक किया। इसके बाद श्रुतधाम परिसर में श्रीजी की शोभायात्रा निकाली गई। ब्रह्मचारी द्वय ने श्रुतधाम में चल रही विभिन्न योजनाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला। कार्यक्रम में इटावा जैन मंदिर, बड़ी बजरिया मंदिर, छोटी बजरिया, शांतिनाथ जिनालय के समस्त पदाधिकारियों के साथ ही सकल दिगम्बर जैन समाज, नवयुवक मंडल, महिला मंडल ने सहयोग किया। सहयोग करने वालों का सम्मान किया गया। ब्र. संदीप भैया ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन मिलना, जीवन जीना और जीवन को बनाना ये जीवन के विभिन्न पहलू हैं। जीवन जीने के भी अलग-अलग तरीके हैं। उन्होंने कहा कि आज का मानव अपने जीवन के उद्देश्य और लक्ष्य से अनभिज्ञ होने के कारण जीवन के वास्तविक आनंद से वंचित है और है सुखों से दूर, सुख साधनों के बीच रहकर भी। वर्तमान पीढ़ी के आदर्श और मूल्य परिवर्तित हो गए हैं। नई-नई महत्वकांक्षाएं प्रतिपल पल्लवित और पुष्पित हो रही हैं। स्वार्थसिद्धि की सतत प्रतिस्पर्धा चल रही है। ऐसी विषम परिस्थितियों में हमारे राष्ट्रीय, सांस्कृतिक, सामाजिक, पारिवारिक एवं नैतिक मूल्यों का ह्रास हुआ है। प्रवचन सभा का संचालन ब्र. बीएल जैन, ब्र. राजकुमार जैन और सहयोग अशोक शाकाहार ने किया।