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निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कुछ ग्रामों में नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है। किसानों ने कृषि मंत्री से शीघ्र ही राहत राशि दिलाने की मांग की है। मंत्री ने कहा कि यदि ओलों से फसलों को ३५ प्रतिशत भी नुकसान हुआ है तो वह १०० प्रतिशत माना जाएगा। साथ ही लघु कृषकों को सिंचित में १५ हजार रुपए हेक्टेयर, असिंचित को ८ हजार रुपए हेक्टेयर मुआवजा मिलेगा और छोटे किसानों को २ हजार रुपए से कम की राशि नहीं मिलेगी।WATCH VIDEO
उन्होंने राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो नुकसान हुआ वही सर्वे रिपोर्ट में लिखें कम नुकसान न दर्शाया जाए। पूर्व मंडी अध्यक्ष अमरप्रताप सिंह ने ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का सर्वे कराकर, राहत राशि देने की मांग को लेकर मंत्री को ज्ञापन सौंपा। निरीक्षण के दौरान मंत्री के साथ विधायक महेश राय, मंडी अध्यक्ष लोकेन्द्र सिंह, शिवकुमार ठाकुर, घनश्याम साहू, प्रकाश सिंह, जोधन सिंह, सत्यजीत ठाकुर, तहसीलदार कमलेश अग्रवाल, कृषि विभाग से आरएईओ राकेश परिहार, राजेश शर्मा उपस्थित थे।WATCH VIDEO
100 प्रतिशत नुकसानपटवारी संदीप श्रीवास्तव ने ग्राम रुसल्ला में कुछ किसानों के खेतों का सर्वे कर पंचनामा तैयार किया, जिसमें गेहूं, चना, बटरी, मसूर, तेवरा, अलसी में १०० प्रतिशत नुकसान हुआ है। स्थिति यह है कि फसल में दाना निकलने की उम्मीद नहीं है।
फसलें देख किसान सदमे में
ग्राम रुसल्ला, सिरचौंपी, पिपरासर, ढिमरौली, ढाना, कंजिया, बिलाखना, लखाहर, पार सहित अन्य ग्रामों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों पर फसल देखने के बाद किसानों को सदमा लग रहा है। रुसल्ला में मंगलवार को किसान जैसे ही खेतों पर पहुंचे आंसू निकलने लगे। महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल था। ग्रामीण क्षेत्र में पूर्व जनपद अध्यक्ष इंदर सिंह ने पहुंचकर फसलें देखी। किसानों ने फसलें खराब होने के बाद परिवार का पालन-पोषण तक का संकट बताया।