-शासन ने ७०० बेड वाले अस्पताल को बनाया रीजनल कोरोना पेशेंट ट्रीटमेंट सेंटर
सागर•Mar 26, 2020 / 12:32 pm•
आकाश तिवारी
Corona
सागर. बीएमसी को रीजनल कोरोना पेशेंट ट्रीटमेंट सेंटर के रूप में बदल दिया गया है। यहां पर भर्ती सभी मरीजों को जिला अस्पताल में शिफ्ट करने की कार्रवाई पूरी कर ली है। हालांकि आइसीयू और गायनी वार्ड में कुछ गंभीर मरीज अभी भी भर्ती हैं, जिन्हें बाद में शिफ्ट किया जाएगा। इधर, बीएमसी के सभी विभागों के डॉक्टरों की तैनाती भी जिला अस्पताल में कर दी गई है। गुरुवार से सभी डॉक्टर जिला अस्पताल की ओपीडी में बैठेंगे और मरीजों का इलाज करेंगे और गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती भी करेंगे। खासबात यह है कि पहले मिले निर्देश के तहत बीएमसी के ३६० बेड को कोरोना आइसोलेशन में बदलना था, लेकिन शासन ने जारी किए नए निर्देश में पूरे बीएमसी को कोरोना आइसोलेशन वार्ड में बदलने के निर्देश दिए हैं।
-डेढ़ सौ मरीजों को किया शिफ्ट
बीएमसी में वार्डों में भर्ती मरीजों को बुधवार को शिफ्ट कर दिया है। इनकी संख्या १५० बताई जा रही है। सबसे ज्यादा मेडिसिन, सर्जरी, आर्थो और गायनी विभाग की महिलाएं थीं। शिफ्ट करने के बाद बीएमसी डीन डॉ. जीएस पटेल जिला अस्पताल मरीजों का हालचाल जानने के लिए भी पहुंचे। उन्होंने भर्ती मरीजों के लिए दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. वीएस तौमर भी मौजूद थे।
-११० बेड की बनेगी एक यूनिट
डीन डॉ. पटेल ने बताया कि नोबेल कोरोना के कारण मेडिकल कॉलेज में बड़ा फेरबदल किया गया है। कोरोना पाजीटिव मरीजों के लिए ६ यूनिट बनाई जा रही हैं। प्रत्येक यूनिट में ११० बेड रहेंगे। इसमें २० बेड की आइसीयू होगी। इस हिसाब से ६६० बेड की व्यवस्था कोरोना पॉजीटिव मरीजों के लिए की जा रही है। उन्होंने बताया कि वेंटीलेटर, पल्स ऑक्सीमीटर, मल्टी पैरामीटर जैसे गजेट की डिमांड कर दी गई है।
-आज ज्वाइंट डायरेक्टर करेंगे निरीक्षण
बीएमसी को कोरोना आइसोलेशन में बदलने के संबंध में बुधवार को ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. संतोष जैन को निरीक्षण करने आना था, लेकिन वाहन न मिलने के कारण वह सागर नहीं आ सके। हालांकि गुरुवार को वह सागर पहुंचेंगे और बीएमसी में तैयारियों को लेकर दिशा निर्देश देंगे।