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रोपे जाएंगे डेढ़ लाख पौधे, जिससे दो से तीन डिग्री तक तापमान होगा कम, उद्योगों से होने वाले प्रदूषण से भी मिलेगी राहत

वन विभाग द्वारा दो सौ हेक्टेयर में वन विभाग कर रहा है पौधरोपण, जिसमें 90 हेक्टेयर में तैयार हो रहा बीपीसीएल की ग्रीन बेल्ट, इसके अलावा अन्य जगहों पर भी होना है पौधरोपण।

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One and a half lakh saplings will be planted, which will reduce the temperature by two to three degrees

नर्सरी में तैयार हो रहे पौधे

बीना. वन विभाग की खाली पड़ी 210 हेक्टेयर जमीन पर इस वर्ष पौधरोपण होना है और यहां अलग-अलग प्रजाति के करीब डेढ़ लाख पौधे रोपे जाने हैं, जिससे नया जंगल तैयार होगा। इतने पौधे एक साथ लगने पर भविष्य में इस क्षेत्र में दो से तीन डिसे तक तापमान कम होगा।
जानकारी के अनुसार कंजिया बीट में सबसे ज्यादा पौधरोपण 90 हेक्टेयर में होना है। इसके अलावा जुगपुरा में 30 हेक्टेयर, एनपीएवाय के अंतर्गत मुहांसा में 50 हेक्टेयर और पटगुआ में 40 हेक्टेयर में पौधरोपण होना है। यहां करीब डेढ़ लाख पौधे रोपे जाने का लक्ष्य है।

सागौन की जगह रोपे जाएंगे फलदार पौधे
बीपीसीएल और वन विभाग के बीच हुए करार के तहत कंजिया बीट में रोपे जाने वाले 90 हजार पौधे में सागौन, शीशम की जगह फलदार पौधे रोपे जाएंगे। इसमें चिंरोजी, महुआ सहित ऐसी प्रजाति के पौधे लगाए जा रहे हैं, जिससे लोगों को लाभ हो और वन्य प्राणियों को खाने मिले। यहां पौधा रोपने के लिए मालथौन नर्सरी के साथ-साथ अन्य जगहों से भी हाइब्रिड पौधे मंगाए जाएंगे। रिफाइनरी द्वारा सीएसआर के तहत एक करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि दी गई है, जिससे 90 हेक्टेयर के पूरे क्षेत्र में फेंसिंग कराई गई है, जिससे पौधे सुरक्षित रहें।

दो से तीन डिग्री तक होगा तापमान कम
शासकीय पीजी कॉलेज के वनस्पति विभाग में पदस्थ डॉ. सतीश राय ने बताया कि डेढ़ लाख पौधे जब बड़े होंगे, तो इससे करीब तीन किमी के दायरे में दो से तीन डिग्री तक तापमान घटेगा। जितनी कार्बनडाय ऑक्साइड पौधे ग्रहण करेंगे और उससे ज्यादा ऑक्सीजन छोड़ेगे, जिससे तापमान कम होगा। साथ ही उद्योगों से निकलने वाली जहरीली गैस सहित अन्य प्रदूषण का असर भी कम करेंगे।

दो लाख पौधे हैं पूर्व से सुरक्षित
कंजिया बीट में ही कुछ वर्ष पूर्व ही 430 एकड़ जमीन में पौधरोपण हो चुका है और करीब दो लाख पौधे सुरक्षित हैं। यह पौधरोपण बीना नदी सिंचाई परियोजना के बदले मिली जगह में किया गया है।

मानसून आते शुरू हो जाएगा पौधरोपण
दो सौ हेक्टेयर में होने वाले पौधरोपण के लिए पौधे तैयार कराए जा रहे हैं और जैसे ही मानसून सक्रिय होगा पौधरोपण शुरू हो जाएगा। बीपीसीएल की सीएसआर राशि से पहली बार जिले में 90 हेक्टेयर में पौधरोपण हो रहा है, यहां फलदार पौधे ही रोपे जाएंगे।

चंद्रभूषण सिंह ठाकुर, रेंजर, खुरई