नगरीय प्रशासन मंत्री ने निरीक्षण कर दी हरी झंडी
सागर•Apr 22, 2021 / 09:29 pm•
sachendra tiwari
One thousand bedded temporary covid hospital can start from May 5
बीना. कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन और इलाज उपलब्ध कराने के लिए रिफाइनरी के पास आगासौद चक्क में प्रदेश का पहला एक हजार पलंग की क्षमता वाला अस्थाई कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है, जिसमें ऑक्सीजन सप्लाई रिफाइनरी के प्लांट से होगी। गुरुवार को नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अधिकारियों के साथ उस जगह का निरीक्षण किया और रिफाइनरी का ऑक्सीजन प्लांट भी देखा। यह अस्पताल पांच मई से शुरू किया जा सकता है। अस्पताल के लिए बड़ा डोम बनाया जाना है।
मंत्री ने आगासौद चक्क में जमीन का निरीक्षण कर वहां अस्थाई अस्पताल बनाने की अनुमति दी और एसडीएम प्रकाश नायक को निर्देश दिए कि वहां तक जल्द सड़क का निर्माण कराया जाए और पानी, बिजली की व्यवस्था की जाए। जिस जगह यह अस्पताल बनाया जा रहा है वहां से रिफाइनरी का ऑक्सीजन प्लांट पास में हैं और प्लांट से करीब ९०० मीटर लंबी पाइप लाइन डालकर अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई होगी। जगह का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने रिफाइनरी के अंदर ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया और फिर कलेक्टर दीपक सिंह, एसपी अतुल सिंह सहित रिफाइनरी के अधिकारियों के साथ बैठक लेकर अस्पताल के संबंध में पूरी रूपरेखा तैयार की गई। निरीक्षण के दौरान सांसद राजबहादुर सिंह, जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया, विधायक महेश राय, कुरवाई विधायक हरि सिंह, लोकेन्द्र ङ्क्षसह, शुभम तिवारी, डॉ. नरेन्द्र ठाकुर, अजय ठाकुर, योगेश दीक्षित सहित अन्य कार्यकर्ता और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
चिकित्सकीय ऑक्सीजन बनाने प्रक्रिया जारी
मंत्री ने बताया कि रिफाइनरी का यह प्लांट पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध कराएगा। इस प्लांट में व्यवसायिक ऑक्सीजन बनती है और वहां चिकित्सकीय ऑक्सीजन बनाने के लिए प्रक्रिया जारी है, जो जल्द पूर्ण हो जाएगी। उन्होंने बताया कि भर्ती मरीजों को अच्छा खाना मिले इसके लिए अक्षय फाउंडेशन द्वारा खाना वितरित कराया जाएगा।
अरविंदों मेडिकल कॉलेज इंदौर से आएगा स्टाफ
अस्थाई अस्पताल में अरविंदों मेडिकल कॉलेज से स्टाफ लाने की तैयारी की जा रही है और इस संबंध में चर्चा भी चल रही है, जिससे मरीजों को अच्छा इलाज मिल सके। अस्थाई अस्पताल में वेंटिलेटर, आइसीयू भी बनाए जाएंगे। यहां सागर सहित अशोकनगर, विदिशा जिले के मरीजों को भी इलाज मिलेगा।
बिजली सप्लाई लिए बनेगा छोटा सबस्टेशन
बिजली कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि एक हजार पलंग के हिसाब से एक हजार केवी क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मर लगाने पड़ेंगे और इसके लिए एक छोटा सबस्टेशन ही तैयार किया जाएगा, जिससे बिजली संबंधी कोई परेशानी न रहे।