पत्रिका की खबर का असर
पत्रिका ने 65 हजार रुपए बिजली बिल भरने के लिए किसान के किडनी की बोली लगाने की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस खबर को पढ़ने के बाद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मामले पर संज्ञान लिया और पीड़ित किसान भूपेन्द्र दांगी से फोन पर बात कर उसकी समस्या जानी। इसके बाद मंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर किसान दांगी के घर का विद्युत कनेक्शन फिर से जोड़ने के निर्देश दिए जिसके बाद अब किसान के घर का विद्युत कनेक्शन फिर से जोड़ दिया गया है और उसके घर में फिर से बिजली से उजियारा हो गया है। मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने विद्युत विभाग के कर्मचारियों को ये भी निर्देश दिए हैं कि दो महीने के अंदर किसान के बकाया बिजली बिल में आवश्यक सुधार कर उसे उचित बिल दिया जाए।
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किसान ने जताया आभार
किसान भूपेन्द्र दांगी ने घर का विद्युत कनेक्शन फिर से जुड़ने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान, मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और पत्रिका का आभार जताया है। किसान दांगी ने ये भी कहा है कि वो संशोधित होकर आने वाले बिजली बिल को धीरे-धीरे कर जमा करा देगा। बता दें कि किसान भूपेन्द्र दांगी के घर का बिजली बिल 65 हजार रुपए से भी ज्यादा होने पर उसने अपनी एक किडनी बेचने का विज्ञापन जारी कर दिया था। किसान ने बिजली बिल भरने के लिए अपनी एक किडनी की बोली 65 हजार रुपए में लगा दी थी और हाथ में विज्ञापन लेकर अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल की थी जिसमें उसने अपना नाम पता और बिजली बिल भरने के लिए 65 हजार रुपए में किडनी बेचने की बात लिखी थी। पत्रिका ने किसान की खबर को 29 अगस्त को 65 हजार रुपए बिजली बिल भरने किसान ने किडनी कर दी बिकाऊ शीर्षक से प्रकाशित की थी।