स्टेशन पर भी बुरा हाल
स्टेशन पर भी यात्रियों को रुकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।बुकिंग ऑफिस में छोटा सा प्रतिक्षालय है जहां कुछ लोग ही सो पाते हैं और बाकी लोग प्लेटफॉर्म या ब्रिज के नीचे सोते हैं। ठंड से बचने के लिए यात्री नीचे पन्नी बिछाते है और ऊपर से वही पन्नी ढंक लेते हैं, जिससे रात गुजर जाए। बड़ा जंक्शन होने के बाद भी यहां रेलवे द्वारा यात्रियों को रुकने की व्यवस्था नहीं की जा रही है।
गायत्री मंदिर के पास रेलवे क्वार्टर के सामने भी रात के समय लोग खुले आसमान के नीचे सोते हैं। ठंड से बचने के लिए रजाई, गद्दा तो रहता है, लेकिन ठंड इतनी पड़ रही है यह कपड़े भी कम पड़ जाते हैं। बस स्टैंड, चौराहा, तिराहों पर भी लोग रात गुजारते हैं।