महाशिवरात्रि पर शिवालयों में हुआ पूजन
सागर•Mar 04, 2019 / 09:09 pm•
sachendra tiwari
shiv
बीना. महाशिवरात्रि का पर्व सोमवार को नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धा भक्ति से मनाया गया। सुबह से ही शिवालयों में शिवभक्तों की भीड़ उमडऩे लगी थी। भक्तों ने अभिषेक कर बिल्बपत्र, पुष्प चढ़ाकर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की।
नगर के जटाशंकर मंदिर, कुटी मंदिर, कटरा मंदिर, बड़ा मंदिर, छोटी बजरिया स्थित शिव मंदिर सहित सभी शिवालयों में भगवान शिव का भक्तों ने अभिषेक किया। जगह-जगह हुए धार्मिक आयोजनों से पूरा शहर शिवमय हो गया था। शिव भक्तों द्वारा भंडारे का भी आयोजन कई जगहों पर किया गया। सुबह से लेकर देर रात तक कार्यक्रम आयोजित होते रहे। शिव मंदिरों में सैकड़ों भक्तों ने पहुंचकर शिवलिंग बनाकर पूजा, अर्चना की। ग्राम बसाहरी में तालाब किनारे स्थित शिवजी के मंदिर पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पहुंचकर पूजा-अर्चना की। पिपरासर स्थित महादेव घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर में सुबह से ही दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। लोगों ने घरों में भी शिवलिंग निर्माण कर पूजन की।
बारात में झूमते, नाचते हुए शामिल हुए श्रद्धालु
झांसी गेट स्थित महाकाल मंदिर से भगवान भोलेनाथ की बारात निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। बारात कच्चा रोड, सर्वोदय चौराहा, बड़ी बजरिया, महावीर चौक होते हुए मंदिर पर संपन्न हुई। बारात में अलग-अलग देवी देवताओं की झांकियां सजाई गई थीं और भगवान की बड़ी प्रतिमा की झांकी भी सजाई थी। साथ ही बारात में श्रद्धालु नाचते हुए चल रहे थे। बारात में भूत-प्रेत भी शामिल हुए। तोप से फूलों की बारिश की गई। लोगों ने बारात में शामिल होकर धर्मलाभ लिया।
शिवजी की बारात में पूरा नगर बना बराती
मंडीबामोरा. शिवरात्रि के मौके पर सुबह से देर शाम तक शिवालयों में शिवजी के दर्शन करने के लिए लोग पहुंचे। एक मात्र हजारिया महादेव मंदिर की बिजली की झालरों से आकर्षक सजावट की गई। हजारिया महादेव मंदिर परिसर में रात्रि आठ बजे शिवाभिषेक व भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इधर, बिहारी जी ट्रस्ट के बगीचे से शिव बारात निकाली गई। जिसमें लोग शिवजी सहित अन्य भगवान का रुप धारण करके लोग शामिल हुए। शिव बारात में समूचा मंडीबामोरा क्षेत्र बाराती बना। बारात का समापन हजारिया मंदिर परिसर में पहुंचकर हुआ। बारात में युवा शिवमय होकर डीजे की धुन पर जमकर नाचे। मंदिरों के बाहर मेला लगा, जिसमें महिलाओं सहित बच्चों ने खरीदारी की।