यह करें
बड़े स्तर पर सोलर पैनल लगाने के लिए आपको पहले लोकल बिजली कंपनियों से लाइसेंस लेना होगा। बिजली कंपनियों के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट साइन करने के बाद सोलर प्लांट लगाने के लिए प्रति किलोवाट टोटल इन्वेस्टमेंट 60-80 हजार रुपए होगी। राज्य सरकारें इसके लिए स्पेशल ऑफर भी दे रही हैं। इसके बाद प्लांट लगाकर बिजली बेचने पर आपको प्रति यूनिट की दर से पैसा मिलेगा।
बड़े स्तर पर सोलर पैनल लगाने के लिए आपको पहले लोकल बिजली कंपनियों से लाइसेंस लेना होगा। बिजली कंपनियों के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट साइन करने के बाद सोलर प्लांट लगाने के लिए प्रति किलोवाट टोटल इन्वेस्टमेंट 60-80 हजार रुपए होगी। राज्य सरकारें इसके लिए स्पेशल ऑफर भी दे रही हैं। इसके बाद प्लांट लगाकर बिजली बेचने पर आपको प्रति यूनिट की दर से पैसा मिलेगा।
ऐसे कमाएं पैसे
सोलर पैनल लगाने के लिए अलग से जगह की जरूरत नहीं है। आप घर की छत पर सोलर प्लांट लगाकर बिजली बना सकते हैं। इसके लिए आप बिजली कंपनियों से टाइअप करके बिजली बेच सकते हैं।
सोलर पैनल लगाने के लिए अलग से जगह की जरूरत नहीं है। आप घर की छत पर सोलर प्लांट लगाकर बिजली बना सकते हैं। इसके लिए आप बिजली कंपनियों से टाइअप करके बिजली बेच सकते हैं।
अतिरिक्त बिजली के लिए पावर ग्रिड
मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में सोलर एनर्जी को बेचने की सुविधा दी गई है। इसके तहत सौर ऊर्जा संयंत्र से उत्पादित की गई अतिरिक्त बिजली को आप पावर ग्रिड से जोड़कर राज्य सरकार को बेच सकते हैं। इसके बदले सरकार आपको अच्छी रकम देती है. मप्र सरकार ने भी सोलर पावर का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहन स्कीम चला रखी है। सागर के अलावा दमोह, टीकमगढ़ और छतरपुर में सोलर पैनल लगाने के अधिकांश केस कार्यालयों में पहुंच रहे है। सरकारी दफ्तरों में भी इसका उपयोग किया जा रहा है। जबकि रेलवे ने भी सोलर का बड़ा उपयोग यहां शुरू किया है।
मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में सोलर एनर्जी को बेचने की सुविधा दी गई है। इसके तहत सौर ऊर्जा संयंत्र से उत्पादित की गई अतिरिक्त बिजली को आप पावर ग्रिड से जोड़कर राज्य सरकार को बेच सकते हैं। इसके बदले सरकार आपको अच्छी रकम देती है. मप्र सरकार ने भी सोलर पावर का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहन स्कीम चला रखी है। सागर के अलावा दमोह, टीकमगढ़ और छतरपुर में सोलर पैनल लगाने के अधिकांश केस कार्यालयों में पहुंच रहे है। सरकारी दफ्तरों में भी इसका उपयोग किया जा रहा है। जबकि रेलवे ने भी सोलर का बड़ा उपयोग यहां शुरू किया है।
सोलर पैनल खरीदना हो तो
यदि आपको भी सोलर पैनल खरीदना है तो आप राज्य सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी से संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए हर राज्यों के प्रमुख शहरों में दफ्तर बने हुए हैं। इसके अलावा, प्राइवेट डीलर्स के पास भी सोलर पैनल उपलब्ध हैं। इसके लिए आपको पहले ही अथॉरिटी से अपने लोन राशि के लिए संपर्क करना होगा। साथ ही सब्सिडी के लिए भी अथॉरिटी कार्यालय से फॉर्म मिल जाएगा।
यदि आपको भी सोलर पैनल खरीदना है तो आप राज्य सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी से संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए हर राज्यों के प्रमुख शहरों में दफ्तर बने हुए हैं। इसके अलावा, प्राइवेट डीलर्स के पास भी सोलर पैनल उपलब्ध हैं। इसके लिए आपको पहले ही अथॉरिटी से अपने लोन राशि के लिए संपर्क करना होगा। साथ ही सब्सिडी के लिए भी अथॉरिटी कार्यालय से फॉर्म मिल जाएगा।
छतें बनेंगी पावर हाउस
बड़े सोलर प्लांटों के साथ घरों की छतों पर छोटे-छोटे सोलर प्लांट लगाने के लिए राज्य सरकार समय-समय पर स्पेशल ऑफर पेश करती रहती हैं। घर से सोलर प्लांट से बनने वाली बिजली की ट्रेडिंग ज्यादा से ज्यादा 500 किलोवॉट तक की जा सकती है. 500 वॉट का सोलर पैनल लगाने वाले को बिजली की ट्रेडिंग करने की परमिशन नहीं दी जाएगी.
बड़े सोलर प्लांटों के साथ घरों की छतों पर छोटे-छोटे सोलर प्लांट लगाने के लिए राज्य सरकार समय-समय पर स्पेशल ऑफर पेश करती रहती हैं। घर से सोलर प्लांट से बनने वाली बिजली की ट्रेडिंग ज्यादा से ज्यादा 500 किलोवॉट तक की जा सकती है. 500 वॉट का सोलर पैनल लगाने वाले को बिजली की ट्रेडिंग करने की परमिशन नहीं दी जाएगी.
सोलर पैनल की उम्र 25 साल
सोलर पैनल की बिक्री करने वाले अमित असाटी बताते है कि सोलर पैनल की उम्र 25 साल तक होती है। यह बिजली आपको सौर ऊर्जा से मिलेगी। इसका पैनल भी आपकी छत पर लगेगा। क्रेडा ने केंद्र सरकार की मदद से हर प्रदेश में सोलर पावर प्लांट लगाने का यह अभियान शुरू किया है। इसके तहत प्रत्येक प्लांट लगाने पर 40 फीसदी की सब्सिडी भी मिल रही है। यह प्लांट एक किलोवाट से पांच सौ किलोवाट क्षमता तक के है।
सोलर पैनल की बिक्री करने वाले अमित असाटी बताते है कि सोलर पैनल की उम्र 25 साल तक होती है। यह बिजली आपको सौर ऊर्जा से मिलेगी। इसका पैनल भी आपकी छत पर लगेगा। क्रेडा ने केंद्र सरकार की मदद से हर प्रदेश में सोलर पावर प्लांट लगाने का यह अभियान शुरू किया है। इसके तहत प्रत्येक प्लांट लगाने पर 40 फीसदी की सब्सिडी भी मिल रही है। यह प्लांट एक किलोवाट से पांच सौ किलोवाट क्षमता तक के है।
10 साल में बदलनी होती है बैटरी
सोलर पैनल में मेटनेंस का खर्च नहीं आता, लेकिन 10 साल में इनकी बैटरी बदलनी होती है। सोलर पैनल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भी आसानी से मूव किया जा सकता है। एक किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल से एक घर की जरूरत का बिजली खर्च आसानी से चलाया जा सकता है।
सोलर पैनल में मेटनेंस का खर्च नहीं आता, लेकिन 10 साल में इनकी बैटरी बदलनी होती है। सोलर पैनल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भी आसानी से मूव किया जा सकता है। एक किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल से एक घर की जरूरत का बिजली खर्च आसानी से चलाया जा सकता है।
बैंक से मिलेगा लोन
सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए यदि एकमुश्त 60 हजार रुपए नहीं है, तो आप किसी भी बैंक से लोन ले सकते हैं। बता दें कि वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों को लोन देने को कहा है. यह लोन क्रेडा के जरिए आसानी से मिल सकेगा। पहले बैंक सोलर प्लांट के लिए लोन नहीं देते थे।
सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए यदि एकमुश्त 60 हजार रुपए नहीं है, तो आप किसी भी बैंक से लोन ले सकते हैं। बता दें कि वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों को लोन देने को कहा है. यह लोन क्रेडा के जरिए आसानी से मिल सकेगा। पहले बैंक सोलर प्लांट के लिए लोन नहीं देते थे।