दरअसल मथुरा स्टेशन पर यार्ड रिमाडलिंग का कार्य किया जा रहा है, इसके लिए नॉन-इंटरलॉकिंग का कार्य किया हो रहा है। रेलवे ने कई ट्रेन को री-शेड्यूल करके चलाया जा रहा है, तो वहीं कई ट्रेन को डायवर्ट भी किया जा रहा है। जिसका असर ट्रेन के संचालन पर भी दिख रहा है। अब हाल यह है कि सुबह की ट्रेन रात तो रात की ट्रेन सुबह आ रही है। इतना ही नहीं कई ट्रेन बीस घंटे से भी ज्यादा समय से लेट आ रही हैं। दिल्ली की ओर से आने वाली कोई भी ट्रेन समय से नहीं चल रही है। इन ट्रेन में रिजर्वेशन कराने वाले लोगों को ज्यादा दिक्कत हो रही है, क्योंकि लोग अपनी सुुविधा के अनुसार ही ट्रेन का चयन करते हैं, लेकिन यह टे्रन कई घंटे लेट आ रही है, जिसमें गंतव्य तक पहुंचने के समय तक वह ट्रेन जंक्शन पहुंच रही है।
सोमवार को राज्यरानी छोड़ अन्य ट्रेन नहीं पहुंची समय से
सोमवार को सुबह पांच बजे के बाद सुबह 8 बजे राज्यरानी एक्सप्रेस ही समय से आई। इसके बाद अन्य सभी ट्रेन कई घंटे लेट जंक्शन पहुंची, जिसमें सबसे ज्यादा लेट श्रीधाम एक्सप्रेस पहुंची, जो रात बारह बजे की बजाए दूसरे दिन शाम 7.40 बजे 19 घंटा 40 मिनट लेट जंक्शन पहुंची।
यह ट्रेन हुईं लेट
– केरला एक्सप्रेस – 13 घंटा 25 मिनट – पठानकोट एक्सप्रेस – 7 घंटा 23 मिनट
– मालवा एक्सप्रेस – 8 घंटा 32 मिनट – कुशीनगर एक्सप्रेस – 5 घंटा 18 मिनट
– कर्नाटक एक्सप्रेस – 7 घंटा 11 मिनट
– शताब्दी एक्सप्रेस – 4 घंटा 13 मिनट
– श्रीधाम एक्सप्रेस – 19 घंटा 40 मिनट