विरोध प्रदर्शन के बाद शिवराज सिंह चौहान समेत सभी टैक्टर पर बैठकर गिरफ्तारी देने पहुंचे। लेकिन मकरोनिया थाने पहुंचने से पहले ने बैरिकेट लगाकार नेताओं को रोका। इस दौरान पुलिस ने नेताओं के गिरफ्तारी की घोषणा कि इसके साथ ही पुलिस ने नेताओं के सामूहिक रिहाई की भी घोषणा कर दी।
शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा- एक आदमी लाइन में लगेगा तो एक बोरी खाद मिलेगी। इसलिए पूरा परिवार लाइन में लग जाता है। बेटा, बहू, माता, पिता और 48 घंटे लाइन में लगे रहने के बाद एक बोरी खाद मिलती है, तो दिल पर क्या गुजरती है, यह उस किसान से पूछो। शर्म आनी चाहिए कमलनाथ। जो किसान समय पर कर्ज चुकाते थे, वह भी आज इनके झूठे वादे के जाल में फंसकर डिफाल्टर हो गए। डिफाल्टर हो गए तो सोसाइटी से खाद, बीज के लिए कर्जा नहीं मिल रहा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा- सरकार से यह कहना चाहते हैं कि यह तो संघर्ष का आगाज है, यूरिया की व्यवस्था करो। अगर यूरिया की व्यवस्था नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में यह आंदोलन किए जाएंगे। किसान भाइयों से भी यह आह्वान है कि अपने हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर आएं, चुप बैठने से काम नहीं चलेगा। सरकार से हमारी मांग है कि किसानों को यूरिया दो और यूरिया का आंदोलन करते हुए जिन जनप्रतिनिधियों और किसानों पर प्रकरण दर्ज किए गए हैं, उसे वापस लो। यह नहीं हुआ तो हम जेल जाएंगे। सरकार आंखें खोलकर यह देख ले किसान अपने हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतर आया है। यूरिया दो या गिरफ्तार करो। हर बार कमलनाथ सरकार अपने झूठे वादों से किसानों को छल नहीं सकती है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा- यूरिया की उचित व्यवस्था करने और विधायक प्रदीप लारिया के प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने के ADM के आश्वासन के बाद हमने आंदोलन स्थगित किया है। अगर मांग पूरी नहीं हुई तो फिर हम सड़कों पर आकर आंदोलन करेंगे और मांग पूरी होने तक किसानों और जनता के हक की लड़ाई लड़ेंगे।