22 कैरेट Gold का ठप्पा लगवाने कई शहरों से आते थे सर्राफ हॉलमार्क का ठप्पा लगाने वाले इस सेंटर पर केवल सहारनपुर ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के देहरादून और हरिद्वार समेत उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, मुरादाबाद, अलीगढ़ बिजनौर और गाजियाबाद समेत हरियाणा राज्य के यमुनानगर के सर्राफ भी आते थे। इन सभी जिलों के सर्राफ यहां से मिलावटी और फर्जी सोने की ज्वेलरी पर 22 कैरेट सोने का हॉलमार्क लगवाकर ले जाते थे। इस तरह नकली सोने की ज्वेलरी को बाजार में 22 कैरेट सोने की ज्वेलरी बताकर बेचा जा रहा था।
भारतीय मानक ब्यूरों को मिली थी शिकायत सहारनपुर में चल रहे इस खेल की शिकायत भारतीय मानक ब्यूरो से की गई थी। इस पर ( BIS ) के निदेशक विक्रांत टीम के साथ सहारनपुर पहुंचे थे। खामी पाए जाने पर सेंटर को सील कर दिया। सेंटर के अंदर मौजूद मशीन और कंप्यूटर की हार्डड्राइव समेत अन्य कागजात जब्त कर लिए गए। इस कार्रवाई के बाद टीम सहारनपुर में ही दूसरे सेंटर पर भी पहुंची। प्राथमिक जांच पड़ताल में दूसरे सेंटर पर भी खामियां सामने आई हैं। इस पर दूसरे सेंटर के लाइसेंस को भी निरस्त कर दिए जाने की संस्तुति की गई है।
जानिए क्या बोले सहायक निदेशक भारतीय मानक ब्यूरो के सहायक निदेशक मोहित कुमार ने इस कार्रवाई इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि ”सहारनपुर के लक्ष्मी बाजार में श्री महालक्ष्मी नाम से एक सेंटर को लाइसेंस दिया गया था। शिकायत मिली थी कि यहां पर नकली और मिलावटी सोने की ज्वेलरी को 22 और 24 कैरेट मार्का दिया जा रहा है। ऐसा करना कानूनी जुर्म है और ग्राहकों के साथ धोखा है। सूचना पर टीम पहुंची थी। प्राथमिक जांच पड़ताल में आरोप सही पाए गए। इस पर सेंटर के अंदर रखा सभी सामान और गहने जब्त कर लिए गए हैं। इसके साथ-साथ कंप्यूटर और अन्य दस्तावेजों को भी जब्त कर लिया गया है। भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से इस मामले में मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है”
दिवाली से पहले से चल रहा था खेल अभी तक की पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि मिलावट का यह खेल दिवाली से पहले ही चल रहा था। दिवाली पर भी इन्होंने काफी मात्रा में गहनों पर हालमार्क दिया था। प्राथमिक जांच में यह भी साफ हो गई है कि इस सेंटर पर 16 कैरेट तक के गोल्ड पर 22 कैरेट हॉलमार्क दिया जा रहा था। यानी बाजार में लोग 16 कैरेट गोल्ड की ज्वेलरी को 22 कैरेट गोल्ड की कीमत पर खरीद रहे थे। अब यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस सेंटर संचालक ने कितना धन कमाया है।
सहारनपुर नहीं नकलीपुर कहिये जनाब सहारनपुर में नकली सामान को असली बताकर बनाने या बेचे जाने का यह पहला मामला नहीं है। यहां नकली सोने से पहले नकली दवाइयां, नकली मोबिल ऑयल, नकली पेस्ट, नकली पेंट, नकली खाद, नकली बीज, नकली वायर, नकली मसाले, नकली कॉस्मेटिक उत्पाद समेत नकली इनकम टैक्स टीम और नकली पुलिस भी पकड़ी जा चुकी है। जिस तरह से सहारनपुर में एक के बाद एक नकली मामले सामने आ रहे हैं ऐसे में सहारनपुर को नकलीपुर कहना कोई अतिशयेक्ति नहीं होगा।