अखिलेश यादव ने आगे कहा कि ये लोग किसानों को मवाली कहते हैं, इनका बस चले तो आतंकवादी कह डालें। किसानों को भाजपा ने कितना ही अपमानित किया है, लेकिन वह संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, किसान तब तक नहीं हटने वाले। लोकतंत्र में गद्दी पर बिठाना जानते हैं तो उतारना भी जानते हैं। अखिलेश सीएम योगी का नाम लिए बगैर तंज कसते हुए कहा कि ये नाम बदलने वाले लोग हैं। अखिलेश ने कहा कि कोई सीएम से मिलने जाए तो जरूरी नहीं कि लौटने पर उसका वही नाम हो। ये लोग नाम बदलकर इतिहास बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो नाम और इतिहास बदलेगा चुनाव आने पर उसकी सरकार बदल जाएगी।
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लखीमपुर खीरी हिंसा को हिन्दू बनाम सिख बनाने की कोशिश की गई: वरुण गांधी ‘हवाई जहाज बेचे, एयरपोर्ट बेटे और अब ट्रेनें बेच रहे’ सपा अध्यक्ष ने कहा कि पहले उन्होंने हवाई जहाज बेचे, एयरपोर्ट बेटे और अब ट्रेनें बेच रहे हैं, आगे स्टेशन भी बेकेंगे। सभी चीजें बेच रहे हैं, जब सब कुछ बिक जाएगा तो बाबा साहेब ने जो हमें संविधान के अधिकार दिए, उनका क्या होगा। कोई सोच भी नहीं सकता था कि हवाई जहाज बेचे जाएंगे। पानी जहाज जहां खड़े किए जाते थे, वह भी बेक दिया।
उन्होंने कहा याद करो जब अंग्रेज कारोबार करने आए थे और ईस्ट इंडिया कंपनी आई थी। वह सिर्फ 2-3 चीजों का ही कारोबार करती थी। लेकिन, उसने धीरे-धीरे कारोबार बढ़ाया और इसके बाद इंग्लैंड में एक कानून पास किया और उसकी सरकार बन गई। बीजेपी एक-एक करके प्राइवेट कंपनियों को बेच रही है। अखिलेश ने कहा कि हो सकता है कि एक दिन ये भी चले जाएं और कहें कि हम सरकार नहीं चलाएंगे। इसे भी आउटसोर्सिंग से चलाया जाएगा। ये लोग सब कुछ बेच देंगे, क्योंकि इन्हें सिर्फ कुर्सी चाहिए।