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Breaking: कोरोना का डर, सहारनपुर व देवबंद जेल से एक ही दिन में 69 बंदियों काे मिला पैरोल

Highlights कोरोना के खतरे को देखते हुए पैरोल पर जेल से बाहर आए बंदी सात साल से कम सजा वाले आरोपों के बंदियों काे मिला पैरोल सहारनपुर व देवबंद जेल में बंद 400 बंदियों काे मिल सकता है लाभ

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Breaking: कोरोनो की दहशत के बीच सहारनपुर व देवबंद जेल में से 69 बंदी पेरोल पर रिहा

Breaking: कोरोनो की दहशत के बीच सहारनपुर व देवबंद जेल में से 69 बंदी पेरोल पर रिहा

सहारनपुर। कोरोना के खतरे के बीच सहारनपुर जिला जेल से रविवार देर शाम 36 और देवबंद जेल से 33 बंदियों को पैरोल पर रिहा कर दिया गया।

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दरअसल कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस बेहद जरूरी है। इसके लिए सुप्रीम काेर्ट ने गाइडलाइन जारी की थी। सहारनपुर जिला जेल समेत देवबंद जेल में क्षमता से अधिक बंदी हैं। ऐसे में सहारनपुर जेल पर भी कोरोना का खतरा मंडरा रहा था। इसी कड़ी में इन बंदियों को पैरोल पर रिहा किया गया है।

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वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉक्टर वीरेश राज शर्मा ने बताया कि, सहारनपुर जिला जज सर्वेश कुमार की ओर से पेरोल के लिए तीन एडीजे और एक मजिस्ट्रेट को नामित किया गया था। इस समिति ने जेल में बंद ऐसे बंदियों जिन पर 7 साल से कम सजा वाले अपराधों का आराेप हैं, उनकी जमानत अर्जियां सुनी और उन्हें पैरोल पर यानी बंध पत्र पर 8 सप्ताह के लिए रिहा कर दिया।

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जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार सहारनपुर जेल में ऐसे करीब 280 बंदी है जबकि उप कारागार देवबंद में 100 से अधिक बंदी हैं जिन्हे पैरोल का लाभ मिल सकता है। रविवार को जिला कारागार से 36 बंदियों को पैरोल दिया गया है जबकि देवबंद उपकारागार से 33 बंदियों काे पैरोल मिला।

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खास बात यह है कि जिन बंदियों को पैरोल मिला है उन्हें कोई जमानती भी नहीं देने पड़े हैं और उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार बंध पत्रों पर ही 8 सप्ताह के लिए रिहा किया गया है। यह अवधि पूरी हाेने के बाद इन सभी काे फिर से न्यायालय के समक्ष पेश होना होगा जहां से इन्हें दोबारा न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा।