सहारनपुर पुलिस ने इस मामले में देवबंद निवासी युसूफ, सऊद, इजरायल, इंतखाब उर्फ शब्बू, अफजल कुरेशी, मुदस्सिर सिद्धकी, अबूजर उस्मानी, नदीम उर्फ बाबर, अतीक उस्मानी, यामीन पहलवान, अब्दुल्ला, सलमान कुरैशी, जहीर कुरैशी, शमीन, जुनैद काजमी, हाजी रिहान उल हक, औसाफ़, राहत खान, आसिफ खान, अजहर उस्मानी समेत 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल देवबंद विधानसभा सीट पर चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के दो नेताओं के बीच खींचातानी चल रही है। पूर्व मंत्री राजेंद्र राणा के बेटे कार्तिकेय राणा को समाजवादी पार्टी ने देवबंद से प्रत्याशी घोषित किया है। इसके बाद से ही देवबंद सीट पर आपसी कलह सामने आ गया और समाजवादी पार्टी के ही नेता माविया अली इससे नाराज हो गए। माविया अली देवबंद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। दरअसल देवबंद को मुस्लिमों का गड़ भी माना जाता है। इसी आधार पर वह बार-बार अपनी दावेदारी मजबूत तरीके से पेश कर रहे हैं। कार्तिकेय राणा का कहना है कि अगर वह चुनाव लड़ते हैं तो जीत पक्की है। उधर माविया कह रहे हैं कि अगर वह चुनाव लड़ते हैं तो समाजवादी पार्टी देवबंद सीट को जीत पाएगी। दोनों नेताओं के बीच सोशल मीडिया पर जंग भी छिड़ गई है। माविया अली ने अपने सोशल पेज पर लिख दिया है कि उन्हें देवबंद से समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है जबकि इसके पलट में कार्तिक राणा बार-बार खंडन कर रहे हैं और वह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कह रहे हैं कि अफवाहों पर ध्यान ना दें। देवबंद में अभी तक वही प्रत्याशी हैं और वहीं चुनाव मैदान में उतरेंगे। इसी को लेकर जब सोशल मीडिया पर माविया अली ने लखनऊ से लिखा कि मुझे देवबंद से समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है। मावली के सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखते ही उनके घर के बाहर समर्थक पहुंच गए और ढोल बजाकर नाच गाना करने लगे। इसी मामले पर पुलिस ने कार्रवाई की है जो लोग देवबंद में ढोल बजा रहे थे। इनमे से किसी ने भी मास्क नहीं पहना हुआ था और इसी आधार पर पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है।