ऐसा समितियों के सहयोग से संभव होगा। दरअसल समितियों ने छोटे किसानों के लिए किराए ( rent ) पर कृषि यंत्र देने की योजना शुरू की है। इस योजना के तहत समितियों से किसानों को बहुत ही मामूली किराए पर महंगे कृषि यंत्र मिल सकेंगे। किसानों को इन कृषि यंत्रों का पेमेंट प्रति घंटा के अनुसार करना होगा। दरअसल किसानों से जुड़े कृषि यंत्र काफी महंगे हैं और उनकी संख्या भी बहुत अधिक है। ऐसे में छोटे किसान कृषि यंत्र नहीं खरीद पाते और यही कारण है कि अधिक मेहनत और लागत लगाने के बाद भी वह कम ही पैदावार ले पाते हैं
इसी को देखते हुए अब गन्ना समितियों ने महंगे कृषि यंत्र खरीदें हैं। इन कृषि यंत्र को छोटे किसानों को किराए पर देने की योजना बनाई है। गन्ना विभाग ने इस योजना को फार्म मशीनरी बैंक तथा कस्टम हायरिंग सेंटर योजना नाम दिया है। इस योजना के तहत किसानों को ट्रैक्टर ( Tractor ) से लेकर कल्टीवेटर, हार्वेस्टर, पावर स्प्रेयर आदि के साथ-साथ फसल नष्ट करने में गन्ने की खेती संबंधित खरपतवार नासी आदि सभी तरह के यंत्र किराए पर मिल सकेंगे।
जिला गन्ना अधिकारी केएम मणि त्रिपाठी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बेहट, देवबंद, सहारनपुर में सरसावा की समितियों में यंत्र खरीद लिए गए हैं वहां से किसान बेहद मामूली किराए पर कृषि यंत्रों को किराए पर ले सकते हैं।