सहारनपुर का यह मामला भी अयोध्या मामले की तर्ज पर ही निपटा है। सहारनपुर के गुरुद्वारा रोड पर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा है। यहां पास में ही असगरी मस्जिद भी है। मस्जिद और गुरुद्वारा को लेकर पिछले लंबे अरसे से मुस्लिम और सिख समाज के बीच विवाद चल रहा था। 26 जुलाई 2014 को जब गुरुद्वारे में निर्माण कार्य शुरू किया गया तो सहारनपुर हिंसा की आग में जल उठा था और सहारनपुर में दंगा हो गया था।
उस दौरान अंबाला रोड पर और गुरुद्वारा रोड पर कई दुकानें जला दी गई थी। तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई लाेग घायल हुए थे। दुकानों और वाहनों काे जला दिया गया था। सहारनपुर में कर्फ्यू लगाना पड़ गया था। पुलिस ने उस दाैरान दंगे को लेकर 287 रिपोर्ट दर्ज की थी। इस दंगे की आग में सिर्फ दुकानें ही नहीं बल्कि सहारनपुर भी जल उठा था। पूरे देश में सहारनपुर दंगे की खबरें सुर्खियों में थी। ऐसा लग रहा था कि दंगे के यह दाग शायद ही कभी सहारनपुर के माथे से साफ हो पाएंगे।
अच्छी बात यह है कि गुरुवार की सुबह सहारनपुर में एक नया सवेरा लेकर आई है। जब देश की राजधानी में हिंसक घटनाएं हो रही हैं तो सहारनपुर से हुई इस पहल से उम्मीद जगी है कि, इस सुलह से सहारनपुर के माथे पर लगा दंगे का दाग ताे काफी हद तक धुल जाएगा और सौहार्द के इस निर्णय का संदेश देशभर में पहुंचेगा। सहारनपुर जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारा और मस्जिद को लेकर लंबे समय से विवाद था, दोनों पक्षों के लोगों के बीच काफी समय से बात चल रही थी। दोनों पक्षों पक्षों के लोगों ने धैर्य का परिचय दिया और उसी का फल है कि आज यह मामला सुलझ गया। उन्हाेंने कहा कि, सहारनपुर के लिए यह ऐतिहासिक पल है। जब इतना बड़ा मामला आपसी सहमति से सुलझा है।
गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रधान जसवीर बग्गा का कहना है कि दोनों पक्षों की सहमति से मामला निपट गया है। 200 वर्ग गज जमीन मस्जिद के लिए गुरु सिंह सभा नदीम कॉलोनी में खरीद कर देगी। इसके लिए रुपये 4 लाख का एक चेक मस्जिद प्रबंधन को दिया गया है। गुरुवार आज इसका एग्रीमेंट भी हो जाएगा।
मस्जिद प्रबंधन के सदस्य मोहर्रम अली पप्पू का कहना है कि बेहद अच्छे माहौल में दोनों पक्षों की बात हुई है। आपसी सहमति से मामला निपट गया है। बड़ी बात है कि मुस्लिम समाज के लाेगाें ने गुरुद्वारा निर्माण कार्य में का सेवा करके साैहार्द की नजीर पेश की है। अब मस्जिद नदीम कॉलोनी में तामीर की जाएगी। मस्जिद के लिए जमीन गुरुद्वारा सिंह सभा खरीद कर देगी। खरीदी गई जमीन पर मस्जिद को मुस्लिम समाज तामीर कराएगा।