सहारनपुरPublished: May 20, 2020 01:08:31 pm
Iftekhar Ahmed
देवबंद. इस्लामी धर्म में शब-ए-कद्र मुकद्दस महीने रमजान में आने वाली बहुत ही मुबारक रात है। कुरआन-ए-करीम में पूरी एक सूरत (अध्याय) इसी की फजीलत में नाजिल हुई है। इसमें शब-ए-कद्र की रात को एक हजार रातों से अफजल करार दिया गया है। इस रात को लैयलतुल कद्र इसलिये कहा जाता है, क्योंकि इसे दूसरी रातों के मुकाबले में बहुत बड़ा रुतबा हासिल है।