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मीरपुर गंदेवड के रहने वाले विश्वास कुमार ने 10 मार्च 2018 को सहारनपुर के जनकपुरी थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस रिपोर्ट में कानपुर के रहने वाले रविंद्र कुमार समेत पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल और सहारनपुर के रहने वाले सौरभ मुकुंद व विनोद कुमार को आरोपी बनाया गया था। इनके साथ साथ बैंक शाखा के स्टाफ को भी आरोपी बनाया गया था। यह भी पढ़ें
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दर्ज रिपोर्ट में विश्वास कुमार आरोप लगाए गए थे कि यमुना एग्रो सॉल्यूशन फार्म में वह पार्टनर थे। फर्म के नाम पर 5.3 हेक्टेयर कृषि भूमि 2013 में खरीदी गई थी। इसके बाद फर्म ने कोई काम नहीं किया। आरोपों के मुताबिक 13 मई 2015 को यमुना एग्रो सॉल्यूशन के नाम से पंजाब नेशनल बैंक में खाता खोल लिया गया, जिसमें बड़ी मात्रा में लेनदेन किया गया। मुकदमे में यह भी आरोप लगाया गया कि नोटबंदी के दौरान भी इस खाते में काफी रुपया जमा कराया गया। क्राइम ब्रांच की टीम ने इस पूरे मामले की विवेचना की थी। यह भी पढ़ें
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इस विवेचना में हाजी इकबाल के बेटे जावेद के अलावा मोहम्मद अली और तारीख का नाम भी सामने आया था। इस मामले की जांच कर रहे विवेचक इंस्पेक्टर नीरज कुमार के अनुसार आरोपी जावेद और मोहम्मद अली के खिलाफ फरवरी माह में कुर्की की उद्घोषणा करते हुए नोटिस जारी कराया गया था लेकिन कोरोना के चलते यह मामला टल गया था। अब पुलिस ने एक बार फिर से कुर्की की तैयारी कर ली है और कोर्ट से कुर्की के लिए अनुमति मांगी जाएगी। चार आरोपियों के खिलाफ पहले ही लग चुकी है चार्जशीट
इस मामले में जो अन्य चार आरोपी हैं उनके खिलाफ पुलिस 2019 में ही चार्जशीट लगा चुकी है जिन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है उनमें पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल विनोद कुमार और सौरभ मुकुंद शामिल है।
इस मामले में जो अन्य चार आरोपी हैं उनके खिलाफ पुलिस 2019 में ही चार्जशीट लगा चुकी है जिन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है उनमें पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल विनोद कुमार और सौरभ मुकुंद शामिल है।