ऐसे हुई गिरफ्तारी
एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि ऐसी सूचनाएं मिल रही थी कि सेना भर्ती मेले के पास कुछ लोग प्रिंटर और लैपटॉप लेकर बैठे हुए हैं, जो फर्जी दस्तावेज तैयार करते हैं। ऐसे युवा जो सिर्फ सेना भर्ती मेले को देखने के लिए आते हैं उन्हे फर्जी दस्तावेज बनाकर देते हैं आैर वह भी सेना भर्ती मेले में हिस्सा ले लेते हैं। इस सूचना पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया और इस ऑपरेशन में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया। बकाैल पुलिस गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह फर्जी दस्तावेज तैयार करते हैं और इस प्रकार भर्ती केंद्र के आस-पास बैठकर भर्ती देखने आने वाले युवकों से बात करके उन्हें सस्ते दामों पर हाई स्कूल इंटर की अंकतालिका मूल निवास प्रमाण पत्र एवं इसी प्रकार के अन्य दस्तावेज लैपटॉप से बना कर दे देते हैं। बकौल पुलिस पकड़े गए युवकाें ने बताया कि इनका पांचवा साथी फरार हो गया है जिसके पास एक पेन ड्राइव है और उसी पेन ड्राइव में महत्वपूर्ण डाटा सॉफ्टवेयर है, जिसके आधार पर वह फर्जी अंकतालिका और फर्जी प्रमाणपत्र बनाते हैं। यह भी पढ़ेंः रखेंगे इन सात बाताें का ध्यान ताे 70 की उम्र में भी दिल बना रहेगा जवान ये हैं पकड़े गए आरोपी
पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम सुरजीत उर्फ बॉबी पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी काहरी कादरपुर थाना पिसावा अलीगढ़ राहुल पुत्र हरिशंकर शर्मा निवासी ग्राम गवां थाना जहांगीरपुर जनपद बुलंदशहर
ऐसे करता था यह गैंग खेल
इनसे पूछताछ में यह बात सामने आई है कि यह गैंग अभ्यर्थियों को दूसरे जिले के फर्जी कागजात और अन्य प्रमाण पत्र बना कर देते थे। इस तरह अलग-अलग जिलों की भर्ती में दूसरे जिलों के अभ्यर्थी भी हिस्सा ले लिया करते थे। मसलन अगर मुजफ्फरनगर जिले के अभ्यर्थी को मेरठ जिले के अभ्यर्थियों के साथ दौड़ में शामिल होना हो तो वह मेरठ के फर्जी दस्तावेज इस गैंग के सदस्यों से बनवा लिया करता था। एेेसा करके वह सेना में भर्ती ताे नहीं हाे सकता था लेकिन एक तरह से यह ट्रायल हाे जाता था। जानाकरी मिली है कि, पिछले दिनों कई ऐसे अभ्यर्थी सामने आए जो अपने दस्तावेजों के आधार पर बाहर कर दिए गए। एेसे कई मामले सामने आने के बाद शक हुआ आैर इसके बाद ही ये गिराेह पकड़ा गया।