ये योजना इस सोच के साथ लागू की गई थी कि बच्चों को समय पर धनराशि पहुंच जाएं और वह अपनी सुविधा अनुसार स्वेटर जूते मोझे और ड्रेस खरीद सकें। ऐसा हुआ भी और समय पर छात्रों के अभिभावकों के बैंक खातों में पैसा पहुंच गया लेकिन कई स्कूलों के बच्चों और उनके अभिभावकों के आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक ना होने की वजह से करीब 29 हजार छात्रों के अभिभावकों के खातों में पैसा ही नहीं पहुंच पाया। इसका असर यह हुआ कि पूरी सर्दी बीत गई लेकिन बच्चों को स्वेटर नहीं मिल सके। इस पूरे मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी अमरीश कुमार का कहना है कि कुछ अभिभावकों ने अपने आधार कार्ड को खातों से सिंक नहीं कराया था और यही वजह रही कि उनके बैंक खातों में पैसा नहीं पहुंच सका। चौथे चरण में 21 हजार से अधिक अभिभावकों के बैंक खाते में पैसा पहुंचना है जल्द ही इस धनराशि को ट्रांसफर करा दिया जाएगा।