
akal takht
अमृतसर। वर्ष 2016 में श्री हरिमंदिर साहिब के साथ गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी। इससे श्री गुरुग्रंथ साहिब के कई पावन स्वरूपों को नुकसान हुआ था। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के रिकॉर्ड में गुरुग्रांथ साहिब के 382 पावन स्वरूप गायब पाए गए थे। इस संबंध में एसजीपीसी कार्यकारिणी की अकाल तख्त के सामने पेशी हुई। सभी ने अपनी गलती स्वीकार की। इसके बाद सभी को एक माह तक किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल न होने के अलावा गुरुद्वारा रामसर साहिब व श्री हरिमंदिर साहिब में सेवा की धार्मिक सजा सुनाई।
सजा सुनाए जाने के बाद इस्तीफा
सजा सुनाए जाने के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रजिंदर सिंह मेहता ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। धार्मिक सजा के अनुसार कार्यकारिणी के किसी भी सदस्य को एक वर्ष किसी पद पर तैनात न करने और किसी कमेटी में शामिल न करने को कहा गया है। इसीलिए उन्होंने त्यागपत्र दे दिया।
गुरुद्वारा में सफाई की सेवा
श्री अकाल तख्त साहिब ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल व कार्यकारिणी सदस्यों को श्री हरिमंदिर साहिब की परिक्रमा करके अकाल तख्त पर पेश होने को कहा। अकाल तख्त ने कहा कि सभी दोषी मास्क व रूमाल हटाकर अपने चेहरे संगत को दिखाएं। अपनी गलती स्वीकार करें। उन्हें सहज पाठ करवाने व गुरुद्वारा साहिब सफाई की सेवा निभाने के आदेश भी दिए।
पूर्व कैबिनेट मंत्री से संबंध रखने वालों को सजा
पंथ से निष्कासित शिरोमणि अकाली दल के नेता व पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह से संबंध रखने वालों को 1100 रुपये की कड़ाह प्रसाद की देग करवाने (प्रसाद भेंट करने) व 1100 रुपये श्री अकाल तख्त साहिब के दानपात्र में जमा करवाने समेत सहज पाठ, पांच दिन एक घंटा सेवा, कीर्तन श्रवण की धार्मिक सजा सुनाई। श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में एक निहंग की पगडिय़ां उतारने को पांच प्यारों के सामने पेश कर सजा सुनाई जाएगी।
Published on:
19 Sept 2020 04:31 pm
बड़ी खबरें
View Allसैनग्रूर
पंजाब
ट्रेंडिंग
