सतना। उद्योग नगरी सतना में स्थापित सीमेंट की एक दर्जन कंपनियों के कारण यहां की आवो-हवा में जहरीला धुआं फैलता ही जा रहा है। प्रदूषण के कारण सुबह-शाम मॉर्निंग-इवनिंग वॉक करने वाले लोगों को बेतहासा धूल-डस्ट का सामना करना पड़ता है। हवा में धुएं और धूल के कण के कारण लोग श्वास व दमा जैसी गंभीर बीमारियां की गिरफ्त में ले रही है।
अगर सुबह-शाम टहलने वाले यह 10 घरेलू नुस्खे अपनाएं तो शायद इन बीमारियों से बचा जा सकता है। गौरतलब है कि, देश की राजधानी में जिस प्रकार से प्रदूषण बढ़ा है सतना भी उससे अछूता नहीं है।
यहां भी हवा में धूल के कण मानक से कई गुना ज्यादा है। सीमेंट की चिमनियों के कारण चौतरफा प्रदूषण फैल रहा है। शहर से लेकर गांव तक माइनिंग की खदानें संचालित है। सैकड़ों क्रशरों का डस्ट जीव-जंतुओं पर असर डाल रहा है।
ये हो रहीं बीमारियां मानक से अधिक प्रदूषण होने के कारण सांस फूलने की दिक्कतें, कोल्ड, साइनस, आंखों में जलन, पानी आना और सर दर्द की समस्या हो रही है। वायु प्रदूषण की वजह से अस्थमा, सांस और माइग्रेन से पीडि़त लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। गले में खराश और खांसी की समस्या काफी लोगों को हो रही है। इसकी वजह है कि शरीर में मौजूद माइश्चराइजर के साथ मिलकर हानिकारक गैसें एसिड में बदल रही हैं।
ये हैं 10 घरेलू उपाय – एक गिलास उबलते हुए पानी में एक नींबू और शहद मिलाकर रात को सोते समय पिए जो जुकाम के लिए लाभ दायक है।
– एक गिलास गर्म पानी में तुलसी के पत्ते, पुदीने की पत्ती डालकर उबाल लें और उसे पिएं। इससे गले को राहत मिलेगी। – गाजर मूली, टमाटर, लहसून, एलोवेरा और आंवला मिलाकर जूस पीने से भी त्वचा को प्रदूषण से बचाया जा सकता है।
– खरास या खुजली होने पर कपूर को नारियल के तेल में मिलाकर लगाएं तो लाभ मिलेगा। – चेहरे के स्किन को बचाने के लिए लौंग और पुदीने की पत्तियों का पैक बनाएं और इसे चहरे पर 15-20 मिनट लागाएं।
– सोते समय हल्दी व सोंठ को दूध में उबालकर पिएं। यह एंटी एलर्जिक, एंटी बायोटिक व एंटी टॉक्सिक का काम करता है। इससे ढेर सारी बीमारियां दूर भागती हैं। – तुलसी, दालचीनी की चाय लेने पर कफ एवं वात-पित्त दोष में राहत मिलती है।
– प्रदूषण से बालों को बचाने के लिए एक चम्मच चंदन पाउडर, हल्दी, तुलसी और नीम की पत्तियों को मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे 15-20 मिनट तक लगाएं। – बादाम दूध, शहद व केला के मिक्सर को सूखे बालों पर लगा लें, इस मिक्सर को 20-25 मिनट तक बालों में लगाकर बाल धो लें।
– श्वांस लेने में तकलीफ महसूस होने पर सोंठ, काली मिर्च व पीपल का पाउडर एक ग्राम शहद के साथ लें तो लाभ होगा। सर्दी के मौसम में ज्यादा परेशानियां सर्दी के मौसम में वातावरण में आद्रता के कारण ओस की बूंदे डस्ट के साथ जम जाती है। इसके कारण फ्यूम की वजह से एलर्जी बड़ जाती है। सर्दी जुकाम, आंखों में पानी आना, आंख लाल होना, कीचड़ जम जाना जैसी समस्याएं सामने आती है।
डॉ. अरूण त्रिवेदी, नेत्र रोग विशेषज्ञ जिला अस्पताल सतना