घटना से यात्री दहशत में आ गए तो रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। कैरिज एवं वैगन के तकनीकी स्टाफ ने इंजन को यात्री डिब्बों से जोड़ा, उसके बाद करीब 35 मिनट देरी से ट्रेन कानपुर की ओर रवाना हुई। ट्रेन के स्टेशन से रवाना होने के बाद रेल प्रशासन ने राहत की सांस ली।
स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई बताया गया कि दुर्ग से कानपुर की ओर जाने वाली बेतवा एक्सप्रेस सुबह 6.43 बजे सतना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक तीन पर पहुंची। स्टाप के बाद ट्रेन जैसे ही आगे बढ़ी इंजन व डिब्बों के बीच की कपलिंग टूट गई। इससे ट्रेन का इंजन डिब्बों को छोड़ते हुए आगे निकल गया। घटना के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। रेलवे स्टेशन के स्टाफ ने आनन-फानन वॉकी-टॉकी से चालक को सूचना दी। इसके बाद चालक ने इंजन को रोका और वापस लौटाया। स्टेशन प्रबंधन को मामले की जानकारी दी गई। प्रबंधन ने कैरिज एवं वैगन विभाग सीएनडब्ल्यू को घटनाक्रम की जानकारी दी।
सीएनडब्ल्यू के तकनीकी अमले ने की कपलिंग
कैरिज एवं वैगन विभाग का अमला सूचना पाकर प्लेटफार्म क्रमांक-तीन पर पहुंचा। यात्री कोच और इंजन से दोबारा जोडऩे की कवायद शुरू की गई। तकनीकी अमला 20 मिनट की मशक्कत के बाद कपलिंग कर पाया।
बड़ा हादसा टला
साप्ताहिक ट्रेन बेतवा एक्सप्रेस की कपलिंग में लापरवाही की गई थी। इससे सतना रेलवे स्टेशन में यात्री कोच को छोड़ते हुए इंजन आगे निकल गया। यदि चलती ट्रेन के दौरान कपलिंग टूटती तो बड़ा हादसा हो सकता था। ट्रेन में सवार यात्रियों की जान को जोखिम हो सकता था।