विंध्य क्षेत्र की उपेक्षा को लेकर पृथक विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर अरसे से आंदोलन करने वाले मैहर के विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि क्षेत्र की सड़क व स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है। आलम यह है कि इलाके के मरीजों को स्थानीय स्तर पर समुचित इलाज तक नहीं मिल रहा। यहां के अस्पताल और डॉक्टर मरीजों को मुंबई और नागपुर रेफर कर दे रहे हैं।
दो दिन पूर्व की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि दुर्घटना में घायलों का अगर तत्काल उचित इलाज हो जाता तो संभव है कि उन्हें बचा लिया जाता। लेकिन यहां तो न कायदे के चिकित्सायलय हैं न योग्य डॉक्टर। कहा कि शहर की कीमती जमीन बिरला प्रबंधन को इसलिए दी गई कि विंध्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल पाएगी। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। हाल ये है कि जिले के लोग बेहतर स्वास्थ्य सुविधा न मिलने के कारण असमय मौत के मुंह में समा रहे हैं।
ये भी पढें- कार व ट्रक की टक्कर में पूरे परिवार की मौत विधायक ने कहा है कि प्रदेश के मुखिया स्वास्थ्य को लेकर संवेदनशील हैं तो विंध्य के लोग जो नागपुर और मुंबई जाते हैं, जो गरीब बेहतर इलाज के लिए परेशान हो रहे हैं, उनके लिए सर्वसुविधायुक्त एक अस्पताल का इंतजाम करते। उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए, इस अति संवदेनशील मसले विचार करने और विंध्य के लोगों की खातिर आधुनिक अस्पताल का इंतजाम करने की सलाह दे डाली। कहा कि जिले में सर्वसुविधायुक्त आधुनिक अस्पताल होगा तो किसी को इलाज के लिए दूर-दराज भटकना नहीं होगा। लोग असमय काल के गाल में नहीं समाएंगे। गरीब तबके का अपने ही जिले में बेहतर इलाज हो पाएगा जिससे उन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सतना में अस्पताल के नाम पर एक जिला अस्पताल है जहां हमेशा डाक्टरों की कमी बनी रहती है। दूसरे एक बिड़ला अस्पताल है जहां भारी अव्यवस्था है। यहां तो डाक्टर ढूढ़े नहीं मिलते।
बता दें कि दो दिन पूर्व हुई दुर्घटना में व्यवसायी के बेटे की समुचित इलाज के अभाव में मौत हो गई थी। स्थानीय डॉक्टरों ने उसे जबलपुर के लिए रेफर किया था लेकिन जब तक लोग उसे जबलपुर ले जाने की तैयारी करते उसकी मौत हो गई थी।