लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि गंगेव जनपद के पड़ुआ ग्राम पंचायत के सरपंच शेषमणि वर्मा ने लोकायुक्त एसपी से शिकायत की थी कि लोकायुक्त अधिकारी बनकर एक सख्श ने 40 हजार रुपए का चेक ले लिया था। उक्त चेक बाउंस होने के बाद अब नकदी मांग रहा था। यह शिकायत मिलते ही लोकायुक्त की टीम सक्रिय हो गई। इसके पहले भी ऐसी सूचनाएं आती रही हैं कि लोकायुक्त के नाम पर ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध वसूली करने वाला गिरोह सक्रिय है। रीवा लोकायुक्त की टीम को सिर्फ शिकायत का इंतजार था। जैसे ही शिकायत मिली वैसे ही टीम ने घेराबंदी के लिए जाल बिछा दिया।
पीड़ित के बताए अनुसार लोकायुक्त पुलिस ने कलेक्ट्रेट में आरोपी को पकड़ लिया है। पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम प्रदीप मिश्रा निवासी बुढ़िया बताया है। यह आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावास में भृत्य की नौकरी भी करता है। लोकायुक्त के डीएसपी बीके पटेल ने बताया है कि पकड़े गए आरोपी को सिविल लाइन थाने के सुपुर्द कर दिया गया है। जहां से पुलिस यह पता लगाएगी कि इसके गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं।
लोकायुक्त का फर्जी अधिकारी बनकर वसूली करने का यह दूसरा मामला है जब लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को पकड़ा है। कुछ दिन पहले ही संजय मिश्रा नाम के युवक को पकड़ा गया था जो महिला पंचायत सचिव से 50 हजार रुपए लोकायुक्त अधिकारी बनकर मांग रहा था।