जिले में मंडल अध्यक्षों की सूची को लेकर जो विवाद दबी जुबान बाहर आ रहा था वह अब खुल कर सामने आ गया है। जहां देखों यह चर्चा पार्टी कार्यकर्ताओं में आम हो गई है कि कुछ लोग खजुराहो कनेक्शन का दावा करते हुए सूची रुकवाने की बात कर रहे हैं। इनका कहना है कि खजुराहो के निर्देश पर ही सूची जारी होगी। जैसा खजुराहों संकेत देगा वही पदाधिकारी बनेगा। ऐसा दमखम दिखाने वाले कुछ लोग तो भोपाल में डेरा भी डाल चुके हैं तो कुछ लोग यही अपना दम ठोंकते दिख रहे हैं कि खजुराहो तो उनकी ही सुनता है और बिना खजुराहो के चुनाव अधिकारी पत्ता तक नहीं हिला सकेंगे। हकीकत जो भी हो सतना भाजपा में ऐसी बयानबाजी से कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जाने लगी है।
उधर, मैहर में भी बवाल
इधर मैहर मंडल में भी बवाल शुरू हो गया है। आरोप है कि यहां उम्र के पैमाने को लेकर रार छिड़ गई है। कहा जा रहा है कि उम्र के दायरे में जो आ रहा है उसे विधायक की हरी झण्डी नहीं मिल रही है और मंडल अध्यक्ष के लिये विधायक भी अपने व्यक्तिगत रिश्तों के आधार पर दबाव बनाए हुए हैं।
वैष्णव देवी दर्शन बता रहे कारण
पार्टी पदाधिकारी बताते हैं कि चुनाव अधिकारी विश्वास सारंग सूची लेकर भोपाल पहुंचे और वैष्णव देवी दर्शन को चले गए। अब लौटे हैं तो जल्द ही सूची फायनल होगी। हालांकि दबी जुबान इस पूरे मामले में जिला अध्यक्ष पद के दावेदार का सामने आ रहा है। वे अपनी पसंद का मंडल अध्यक्ष बनाने ताकत लगाए हैं।