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सतना

बच्चों की क्षमता मूल्यांकन के लिए प्रतिभा पर्व अगले माह, MP बोर्ड ऐसे करेगा शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार

एमपी बोर्ड: अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया गया कार्यक्रम, 12, 13 व 14 दिसंबर को सभी माध्यमिक व प्राथमिक स्कूलों में होगा मूल्यांकन

सतनाNov 22, 2019 / 02:09 pm

suresh mishra

MP board: Pratibha Parv for children's capacity assessment next month

MP board: Pratibha Parv for children’s capacity assessment next month

सतना/ सरकारी स्कूलों में अध्यनरत बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार व दक्षता मूल्यांकन के उद्देश्य से प्रतिभा पर्व इस वर्ष 12 से 14 दिसंबर तक होंगे। उल्लेखनीय है कि माध्यमिक स्तर तक के बच्चों की दक्षता आकलन के लिए तीन तरह की परीक्षाएं होती हैं। इनमें सितंबर-अक्टूबर में बेसलाइन टेस्ट होता है। नवंबर में मिड लाइन टेस्ट व दिसंबर में प्रतिभा पर्व।
इस वर्ष बेसलाइन टेस्ट नहीं लिया गया, गत वर्ष के परिणामों को ही आधार माना गया है। मिडलाइन टेस्ट नवंबर में हुए थे, लेकिन अब तक परिणाम सार्वजनिक नहीं हो पाए। वहीं राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देश पर प्रतिभा पर्व की तैयारी शुरू कर दी गई है।
राज्य शिक्षा केंद्र से इस संबंध में सभी जिला परियोजना समन्वयकों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बताया गया कि प्रतिभा पर्व मूल्यांनक को अंतरराष्ट्रीय मानकों व राष्ट्रीय उपलब्धियों के अनुरूप बनाने के लिए यूनिसेफ के सहयोग से कक्षा 3, 5 व 8 में हिंदी व गणित विषय के मूल्यांकन का स्वरूप तैयार किया गया है। इसमें इस बात का विशेष ख्याल रखा गया है कि बच्चे जीवन की वास्तविक परिस्थितियों का अनुभव करते हुए अर्थात इन्हीं परिस्थतियों में सीखे गए ज्ञान का प्रयोग कर सके। इसमें ज्ञान की बजाय उनकी क्षमता का आंकलन का प्रयास किया गया है।
डाटा एनॉलिसिस के बाद बनेगा रिपोर्ट कार्ड
कक्षा 3, 5 व 8 में अध्यनरत बच्चों की क्षमता आकलन के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने यूनिसेफ के सहयोग से पूरा कार्यक्रम निर्धारित किया है। उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में भी पूरी पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए हैं। यह भी स्पष्ट किया है कि उच्च कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों से ही मूल्यांकन कार्य कराया जाए। साथ ही प्राप्त अंकों को उसी दिन पोर्टल पर अपलोड कर रेस्पांस शीट में ट्रांस्फर किया जाएगा। ताकि, इनका विश्लेषण यूनिसेफ एवं एआईआर (अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च) द्वारा कराया जा सके। इनके विश्लेषण के आधार पर ही हर स्टूडेंट का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा।
शिक्षकों का भी आकलन
प्रतिभा पर्व के जरिए बच्चों के साथ शिक्षकों की अकादमिक जरूरतों का भी आकलन किया जाएगा। ताकि, भविष्य में उन्हें प्रशिक्षण, पाठ्यपुस्तकों व अन्य पूरक सामग्री उपलब्ध कराने में मदद मिल सके। इस प्रकार से उनमें सीखने-सिखाने की पृवत्ति बढ़ेगी और सरकारी शैक्षणिक गुणवत्ता का विकास होगा।
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