दरसअल, कलेक्टर सतेन्द्र सिंह को सूचना मिली थी कि शराब दुकानों से व्यापक पैमाने पर पैकारी की जा रही है। साथ ही अधिकतम तय मूल्य से ज्यादा दरों पर शराब बेची जा रही है। मामले में आबकारी विभाग चुप्पी साधे बैठा है। इस पर कलेक्टर ने सोमवार की शाम कार्यपालिक दण्डाधिकारियों के नेतृत्व में पांच दल गठित किए। डालीबाबा दुकान में जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट संस्कृति शर्मा, जयस्तंभ चौक के लिए संयुक्त कलेक्टर साधना परस्ते, सिविल लाइन कोठी तिराहा शराब दुकान के लिए एसडीएम पीएस त्रिपाठी, सिंधी कैम्प शराब दुकान के लिए एडीएम आईजे खलखो और कोलगवां शराब दुकान के लिए तहसीलदार आरपी तिवारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई। हर टीम में आबकारी विभाग के भी अधिकारी रखे गए। जैसे ही सभी टीमों ने एक साथ शराब दुकानों में दबिश दीं तो शराब कारोबारियों में हड़़कम्प की स्थिति बन गई। लेकिन इन्हें बचाव का कोई मौका नहीं मिला।
दुकान के अंदर से आहाते का रास्ता
सिटी मजिस्ट्रेट संस्कृति शर्मा ने डालीबाबा शराब दुकान में जब दबिश देकर जांच प्रारंभ किया तो यह देख कर चौंक गईं कि यहां शराब दुकान के अंदर एक आहाता भी खोल रखा गया था। आहाता इस तरह से बनाया गया था कि दुकान के अंदर ही शराब लेकर लोग गुपचुप प्रवेश कर जाते थे। बाहर से सामान्य तौर पर आहाता समझ में नहीं आता था। आहाता चलाने की कोई अनुमति भी नहीं थी। लिहाजा, इस अवैध आहाते का भी प्रकरण तैयार किया गया। इसके बाद जब यहां स्टाक का मिलान किया गया तो कई दिनों की इंट्री नहीं मिली। माना जा रहा कि यहां स्टाक में काफी गड़बड़ी है। स्टाक वैरीफिकेशन का काम रात 10 बजे के बाद तक चलता रहा। यह शराब दुकान आनंद सिंह की बताई गई है। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि इनकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अगले दिन इस संबंध में प्रतिवेदन कलेक्टर को प्रस्तुत किया जाएगा जहां से कार्रवाई के आदेश जारी होंगे।
यहां नहीं मिले रिकार्ड कोठी तिराहे पर जब एसडीएम पीएस त्रिपाठी पहुंचे तो यहां पहले दुकान में काम करने वालों ने दस्तावेज प्रस्तुत करने में हीलाहवाली करते नजर आए। यह दुकान सचिन पाण्डेय के नाम पर है, लेकिन बताया जा रहा है कि इसे भाठिया ग्रुप के सिंडीकेट के तहत संचालित किया जा रहा है। यहां एसडीएम को बताया गया कि शराब की ओवर बिलिंग हो रही है। एमएसपी से काफी ज्यादा दरों पर शराब की बिक्री हो रही है। इसके यहां व्यापक गड़बड़झाला मिला। 11 अगस्त के बाद यहां कोई इंट्री स्टाक की नहीं मिली। इतना ही नहीं यहां बिक्री रजिस्टर भी नहीं मिला और दुकान में रेट लिस्ट भी नहीं मिली। इस पर माना गया है कि यहां ज्यादा दरों पर बिक्री करने के कारण रेट लिस्ट नहीं लगाई गई है।
जयस्तंभ चौक पर नहीं मिली रेट लिस्ट
संयुक्त कलेक्टर साधना परस्ते की अनुपस्थिति में यहां कोठी तहसीलदार ऋषि नारायण के नेतृत्व में शराब दुकान का स्टाप वैरीफिकेशन किया गया। हालांकि यहां स्टाक में ज्यादा गड़बड़ी तो नहीं मिली लेकिन रेट लिस्ट यहां नहीं पाई गई। सिंधी कैम्प स्थित शराब दुकान में अपर कलेक्टर आईजे खलखो ने जांच की यहां भी स्थितियां सही मिली। कोलगवां स्थित शराब दुकान में तहसीलदार आरपी तिवारी ने जांच की यहां भी स्थितियां सही पाई गई हैं।
” शराब दुकानों ओवर बिलिंग और सही कारोबार नहीं होने की शिकायत पर अलग-अलग टीमें गठित कर औचक निरीक्षण करवाया गया है। कई दुकानों में काफी गड़बडिय़ां सामने आई हैं। प्रतिवेदन आने के बाद गड़बड़ी के आधार पर संबंधित दुकानों पर दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।”
– सतेन्द्र सिंह, कलेक्टर