मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ ने सीएस की अनुशंसा पर स्टोर कीपर को निलंबित कर दिया। बताया गया, विधायक शंकरलाल तिवारी बीते पंद्रह दिनों से बीमार हैं। उन्होंने भोपाल में इलाज कराया तो राहत मिल गई। लेकिन, कुछ दिन से उन्हें फिर बुखार आने लगा।
निजी पैथोलॉजी में जांच कराई तो मलेरिया चिकित्सक के परामर्श पर निजी पैथोलॉजी में जांच कराई तो मलेरिया, टायफाइड और उच्च रक्तचाप की रिपोर्ट सामने आई। बुधवार को फिर तेज बुखार आया तो उन्होंने सीएस डॉ. एसबी सिंह को जानकारी दी। सीएस के निर्देश पर मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. आरएन सोनी को इलाज के लिए विधायक के घर भेजा गया। वहां डॉ. सोनी ने जेनेरिक और कुछ दवाइयां इथिकल लिखी।
उधारी होने के कारण दवाइयां नहीं मिल पाईं दवा उपलब कराने का जिम्मा प्रभारी स्टोर कीपर फर्मासिस्ट अनिल मिश्रा को सौंपा गया। दवा दुकान में उधारी होने के कारण दवाइयां नहीं मिल पाईं। इस बीच बुखार से आराम नहीं मिलने पर विधायक निवास से स्टोर कीपर से संपर्क करने मोबाइल पर कॉल किया जाता रहा। शाम ७ बजे तक किसी प्रकार का जवाब नहीं मिला।
कलेक्टर से दर्ज कराई शिकायत
९ घंटे बाद भी दवाइयां नहीं मिलने पर विधायक नाराज हो गए। उन्होंने कलेक्टर नरेश पाल, सीएमएचओ डॉ. डीएन गौतम से मामले की शिकायत दर्ज कराई। सीएस डॉ. एसबी सिंह की अनुशंसा पर स्टोर कीपर अनिल मिश्रा को निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में स्टोर कीपर सीएचसी अमदरा में सेवा देंगे।
पत्रिका व्यू :
सरकारी *****्पताल में नि:शुल्क दवा वितरण के स्वास्थ्य महकमे द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। प्रतिदिन सैकड़ों मरीज सरकारी दवा और जांच के लिए लाइन में खड़े भी देखे जाते हैं। क्या इनको दवा और जांच उपलब्ध हो पाती है? यह सवाल लाजिमी है। जब विधायक को दवा के लिए ९ घंटे तक इंतजार कराया जा सकता है तो हुजूर, गरीब जनता का क्या होता होगा।
बीमार जनप्रतिनिधि को चिकित्सा सहित दवा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य महकमे की है। स्टोर कीपर के खिलाफ लापरवाही की लगातार शिकायत आ रही थी।
डॉ. एसबी सिंह, सीएस सिविल सर्जन ने स्टोर कीपर द्वारा कत्र्तव्य में लापरवाही का मामला संज्ञान में लाया गया था। उनकी अनुशंसा पर स्टोर कीपर को निलंबित कर दिया गया है।
डॉ. डीएन गौतम, सीएमएचओ
जिला *****्पताल में दाखिल होने से अन्य मरीजों को *****ुविधा होती है। मैंने सभी जांच निजी पैथोलॉजी में करायी है। मुझे इस विषय में जानकारी नहीं है।
शंकरलाल तिवारी, विधायक सतना दवा दुकान को लम्बे समय से भुगतान नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से समय पर दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पाईं। सरकारी दवाइयां समय पर घर पहुंचा दी गईं थीं।
अनिल मिश्रा, निलंबित स्टोर कीपर