मिली जानकारी के अनुसार सतना नगर निगम ने अपना पांच साल का जो रोड मैप तैयार किया है वह इस तरह से तैयार किया गया है कि बिना शासन की मदद के ही ये काम पूरे किये जा सकेंगे। क्योंकि शासन से स्पष्ट निर्देश थे कि प्लान इस तरह से तैयार किया जाए जिसे स्वयं से पूरा किया जा सके। इसमे सबसे महत्वपूर्ण प्लान नगर निगम की सीमा विस्तार का मामला शामिल किया गया है। इसके तहत आने वाले पांच साल में सोहावल और माधवगढ़ को नगर निगम में शामिल कर लिया जाना है। साथी ही इसकी सीमा बाईपास से लगे इलाकों तक भी बढ़ाई जाएगी। इधर निगम की सीमा रेवरा फार्म के थोड़ा पहले तक बढ़ाई जाएगी।
सतना नदी में बनेगा एनीकट
पांच साल के रोड मैप में यह भी प्लान किया गया है कि सतना नदी पर शहर को पानी सप्लाई करने के लिए एक नया एनीकट बनाया जाएगा। साथ ही यहां पर एक नया फिल्टर प्लांट बनाया जाना तय किया गया है। इससे सोहावल और इसके आस पास के क्षेत्रों में पानी सप्लाई की जा सकेगी।
24 घंटे पानी
स्काडा प्रोजेक्ट के पूरा होने के साथ ही शहर में 24 घंटे पानी सप्लाई का प्लान भी तैयार किया गया है। इसके बाद शहर को दो टाइम पानी के स्थान पर 24 घंटे सातों दिन पानी मिलेगा और प्रेशर की समस्या भी दुरुस्त कर ली जाएगी।
ये भी प्लान में
इसके अलावा विभिन्न समूहों से मिले प्रस्ताव के आधार पर एक हजार लोगों की क्षमता वाला कन्वेंसर सेंटर ( ऑडीटोरियम की तरह), ट्रेड सेंटर पर भी प्लान विचार किया जा रहा है। पेट्रोलियम डिपों की जमीन पर भी प्लानिंग की जा रही है तो हवाई अड्डे की जमीन पर कुछ विकास कार्य के सुझाव मिले हैं। जिसकी संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है क्योंकि भारत सरकारी की जमीन निगम को मिलना बहुत सहज नहीं है।
आज सांसद के साथ बैठक
बताया गया है कि पांच साल का रोड मैप तैयार करने के लिए 15 जनवरी को सांसद गणेश सिंह सहित कुछ चिन्हित लोगों के साथ बैठक कर पांच साल के रोड मैप पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद दूसरे दिन अन्य जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा कर रोड मैप को अंतिम रूप दिया जाएगा।