राजस्थान में टाइगर सहित पैंथरों के संरक्षण में रणथम्भौर टाइगर रिजर्व का अहम योगदान रहा है। एनटीसीए की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में रणथम्भौर में अब पैंथर की संख्या की 167 बताई गई है। जबकि पूर्व में यहां 90 लेपर्ड ही थे। एनटीसीए ने रणथम्भौर को देश के सर्वाधिक 15 पैंथर आबादी वाले टाइगर रिजर्व में शुमार किया हुआ है। राजस्थान में बाघों की आबादी को बढ़ाने में भी रणथम्भौर का अहम योगदान है। हालांकि राजस्थान में सबसे अधिक पैंथर सरिस्का में पाए गए हैं।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 2015-16 तक रणथम्भौर में बाघों के अलावा अन्य वन्यजीवों की गणना नहीं की जाती थी। ऐसे में वन विभाग के पास भी रणथम्भौर में पैंथर की संख्या के संबंध में कोई सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं थे। हालांकि सबसे अधिक पैंथर बाघों की तरह मध्यप्रदेश के टाइगर रिजर्व में पाए गए हैं।
नागार्जुन सागर टाइगर रिजर्व – 360
पन्ना टाइगर रिजर्व – 317
सरिस्का टाइगर रिजर्व – 269
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व – 256
काली टाइगर रिजर्व – 246
मेलघाट टाइगर रिजर्व – 233
मुदुमलाई टाइगर रिजर्व- 220
राजाजी टाइगर रिजर्व – 215
कान्हा टाइगर रिजर्व – 209
पराम्बिकुलम टाइगर रिजर्व – 209
सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व – 190
बांदीपुर टाइगर रिजर्व – 185
भद्रा टाइगर रिजर्व- 178
अमराबाद टाइगर रिजर्व – 173
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व – 167
एनटीसीए की ओर से देश भर के टाइगर रिजर्व में पैंथर की संख्या की रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें रणथम्भौर में 167 पैंथर पाए गए हैं।
– रामानंद भाकर, उपवन संरक्षक, रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर।