दुकान ही नहीं खोली
लोगों ने बताया कि राशन डीलर दुकान ही नहीं खोलता है। दिसम्बर माह में उसने एक बार भी दुकान नहीं खोली। ऐसे में गेंहू वितरण होने का सवाल नहीं है। वहीं राशन डीलर उपभोक्ताओं से गेहूं ही नहीं आने की रट अलाप रहा है। लोगों का आरोप है कि राशन डीलर रोजाना बहाने बनाकर उन्हें चक्कर कटा रहा है लेकि न गेहूं का वितरण नहीं कर रहा है। सीमेंट फैक्ट्री में करीब 800 से अधिक लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले रहते हैं। ऐसे में उन्हें घर खर्च चलाने में परेशानी हो रही है।
ऑनलाइन मैपिंग से हो रही परेशानी
रसद विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व में जिले में गेंहू आदि सामग्री का वितरण राशन डीलर को किया जाता था लेकिन अब यह प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है। ऐसे में जयपुर से ही डीलरों को रसद सामग्री का वितरण किया जाता है, लेकिन कई बार उपभोक्ता दूसरे डीलर से भी रसद सामग्री ले लेते हैं। ऐसे में परेशानी हो रही है।
यह है नियम
रसद विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नई व्यवस्था के तहत पहले ऑनलाइन पंजीकृत उपभोक्ताओं को ही राशन दिया जाता है। फिर यदि बच जाए तो राशन डीलर दूसरे डीलर के पास पंजीकृत उपभोक्ता को भी रसद सामग्री दे सकता है। ऐसे में कई जगह रसद सामग्री कम पड़ रही है। इससे परेशानी हो रही है।
ऑनलाइन अलॉटमेंट से हो रही परेशानी
सीमेंट फैक्ट्री में तीन डीलर है। ऑनलाइन अलॉटमेंट होने से कुछ परेशानी हो रही है। जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।
अतुल बड़ाया, प्रवर्तन अधिकारी, रसद विभाग, सवाईमाधोपुर।