सदर थाना प्रभारी सीताराम मीना ने बताया कि धनोली निवासी चंद्रमोहन सैन ने 25 नवम्बर को थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी में बताया था कि उसका पुत्र दिलखुश 22 नवम्बर को भूपेन्द्र उर्फ पुखराज गुर्जर की बारात में उमरी गांव आया था। उमरी मोड़ पर कृष्णा उर्फ कृष्ण, उधम उर्फ विवेक, ब्रह्मबाद निवासी वरुण गुर्जर व 6-7 अन्य लोगों ने दिलखुश के साथ लाठी व सरिया से मारपीट की। इस पर दिलखुश का सवाई माधोपुर व एसएमएस अस्पताल में इलाज कराया। इसके बाद 24 नवम्बर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गिरफ्तार आरोपियों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
टीम में यह थे शामिल
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवभगवान गोदारा, पुलिस उपाधीक्षक किशोरीलाल व थाना प्रभारी मीना के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम में उप निरीक्षक यादराम, मुकेश, एएसआई रामस्वरूप, हैड कांस्टेबल हेमेन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह, कांस्टेबल तेजराम एवं नरेन्द्र सिंह शामिल थे।