वन चौकी प्रभारी अशोक भारद्वाज ने बताया कि उन्होंने शनिवार रात वन भूमि में होकर अवैध तरीके से बजरी परिवहन ( gravel mafia ) करते एक ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर मलारना स्टेशन वन चौकी में खड़ी की थी। रविवार 4 बजे 20 से 25 लोग हाथों में लाठी, डंडे सहित धारदार हथियार व बंदूक लेकर आए ( attacked by sand mafia ) और वन चौकी में घुस गए। आरोपी आते ही जब्त शुदा ट्रैक्टर ट्रॉली को स्टार्ट कर ले जाने लगे। चौकी प्रभारी ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो एक जने ने कनपटी पर बंदूक तान दी। वन कर्मी बेबसी से देखते रहे और आरोपी ट्रैक्टर ट्रॉली को छुड़ा ले गए। आरोपितों में कुछ स्थानीय तो कुछ बाहरी लोग शामिल थे।
पुलिस पर देरी से पहुंचने का आरोप मलारना स्टेशन वन चौकी प्रभारी ने बताया कि आरोपियों के चौकी में प्रवेश करते ही उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी थी। इसके बावजूद एक घंटे बाद पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। जबकि मलारना स्टेशन पुलिस चौकी से वन विभाग की चौकी पर पैदल पहुंचने में मात्र 10 मिनट का समय लगता है। इस सम्बंध में मलारना डूंगर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह से भी बात करने का प्रयास किया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका। अब घटना के बाद वन कर्मियों ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने की बात कही है।
गौरतलब है कि बिलोली बनास नदी क्षेत्र में अवैध बजरी खनन कर कुछ लोग रणथम्भौर नेशनल पार्क की तालड़ा रेंज की वनभूमि में अवैध भंडारण व बजरी परिवहन कर रहे थे। शिकायत के बाद रणथम्भौर नेशनल पार्क के तालड़ा रेंज वनपाल रामखिलाड़ी मीणा के नेतृत्व में शनिवार रात मलारना स्टेशन वन चौकी प्रभारी अशोक भारद्वाज होमगार्ड के जाप्ते के साथ वन क्षेत्र में गश्त पर निकले और बिलोली नदी गांव के पास अवैध बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली मिली। अंधेरे के चलते चालक ट्रैक्टर ट्रॉली को छोड़ भाग गया। बाद में वन कर्मियों ने बजरी से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर स्टेशन वन चौकी में खड़ा किया।