राशि के पिता भवानी शंकर तोणगरिया व माता कौशल्या ने बताया कि 2011 में राशि को निमोनिया हो गया था। इलाज के लिए उसे चिकित्सकों के पास ले गए। जहां जांच में सामने आया कि राशि के दिल में छेद है। लेकिन राशि की उम्र्र कम होने के कारण उस समय चिकित्सकों ने ऑपरेशन करने से इंकार कर दिया और इलाज के लिए इवाइयां लिख दी। लेकिन अब इस बात को करीब सात साल बीत गए हैं और समय के साथ बीमारी ने भी विकराल रूप धारण कर लिया है।
राशि के माता-पिता ने अब तक राशि को कई जगह पर चिकित्सकों को दिखाया। राशि का ऑपरेशन कराने के लिए वह छत्तीसगढ़ रायपुर के एक चैरेटी अस्पताल में भी गए। वहां पर चिकित्सकों ने उसे 2019 में ऑपरेशन की डेट दी है, लेकिन राशि को जल्द ही ऑपरेशन की दरकार है।
बालिका के पिता पूर्व में एक निजी कंपनी में फाइनेंस का काम करते थे, लेकिन बालिका के इलाज में व्यस्त रहने के कारण समय से नौकरी पर नहीं जा सके। ऐसे में उनकी नौकरी भी छूट गई। अब वह करीब तीन माह से बेरोजगार हैं। ऐसे में उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री जीवन रक्षा कोष का भी गठन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों के उपचार के लिए सहायता राशि जारी की जाती है, लेकिन जानकारी के अभाव मेंं लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है। जानकारी कराकर उचित मदद उपलब्ध करवाई जाएगी।
– डॉ. सत्यपाल सिंह, जिला कलक्टर, सवाईमाधोपुर।