जानकारी के मुताबिक इसे भारतीय समय के अनुसार रात 12 बजे लॉन्च किया जाना था, लेकिन आखिरी वक्त में इसकी लॉन्चिंग कुछ आगे बढ़ा दी गई और इसे 2:25 बजे लॉन्च किया जा सका। परीक्षण सफल होने पर इसी रॉकेट की मदद से इंसानों को चंद्रमा और मंगल ग्रह तक पर भेजा जा सकेगा। इसकी स्पीड बहुत ज्यादा बताई जा रही है। परीक्षण के दौरान इसमें फ्यूचर का स्पेस सूट पहनाकर एक पुतला रखा गया। साथ ही कंपनी के मालिक एलन मस्क की चेरी रेड कलर की टेस्ला कार को भी लोड किया गया है।
आपको बता दें अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपनी वेबसाइट पर इस रॉकेट के निर्माण का वीडियो साझा किया है। इस रॉकेट में पहली स्टेज में 3 फॉल्कन 9 और बीच में 27 मर्लिन 1D इंजन लगाए गए हैं। इसकी लंबाई करीब 70 मीटर (230 फीट) है। यह विशालकाय रॉकेट 63.8 टन का है। इसी वजह से इसमें करीब दो स्पेस शटल लगाए जाते हैं। केप केनावेराल में इस मौके का गवाह बनने के लिए बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा थे। यह भी कहा जा रहा है कि इस रॉकेट को किसी 23 मंजिला इमारत के बराबर माना जा सकता है। आप शायद ये नहीं जानते होंगे कि टेस्ला और स्पेसएक्स ये दोनों ही अरबपति कारोबारी एलन मस्क की कंपनियां हैं।