शोध के मुताबिक सामान्य तौर पर चंद्रमा के भूकंप भी धरती के भूकंप के झटकों की तरह ही होते हैं। चांद पर भूकंप और इसके सिकुडऩे का मूल कारण यह है कि हजारों वर्षों में चंद्रमा का आंतरिक भाग ठंडा हो गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सिकुडऩ किशमिश की तरह मुरझाने जैसी है।
चंद्रमा के सिकुडऩे की एक वजह ये भी है कि चांद की सतह पृथ्वी की तुलना में कम कसी हुई है, इसमें अक्सर ढीले कण होते हैं, जो आंतरिक हलचल के कारण आसानी से ऊपर की तरह आते हैं। यही वजह है कि धरती के भूकंप की तुलना में चंद्रमा के भूकंप से भूस्खलन की आशंका ज्यादा होती है।
यह शोध चांद के दक्षिणी ध्रुव के उस स्थान को लेकर सामने आया है, जो नासा के आर्टेमिस मिशनों के लिए संभावित लैंडिंग साइट है। मिशन के लॉन्च होने की तिथि करीब आने के कारण नासा अपने मिशन को यथासंभव सुरक्षित रखने के लिए लैंडिंग साइट का अध्ययन कर रहा है। शोधकर्ता निकोलस श्मेर ने कहा है कि हम चंद्रमा पर इंसानी बस्तियों की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए ऐसी इंजीनियरिंग संरचनाएं बनाना जरूरी है, जो चंद्रमा की भूकंपीय गतिविधि को बेहतर ढंग से झेल सकें और खतरनाक क्षेत्रों में लोगों की रक्षा कर सकें।