वैज्ञानिकों ने बताया कि Black Hole एक तारे का चक्कर लगा रहा है और यह हमारी पृथ्वी से लगभग 24700 प्रकाशवर्ष दूर है। यह हमारे सूर्य से 9.4 गुना बड़ा है। खगोलविदों के अनुसार वैसे तो ब्लैकहोल सैद्धांतिक तौर पर धनात्मक और ऋणात्मक आवेश वाले हो सकते हैं। मगर ब्रह्माण्ड में उनका आवेश शून्य होता है। पहले वैज्ञानिकों को Black Hole का घुमाव यानि उनकी स्पिन को नापने में बहुत मुश्किल होती थी, लेकिन अब उन्होंने इसका आसान तरीका खोज लिया है। उनके अनुसार अंतरिक्ष में अन्य मौजूद पिंडों के जैसे ब्लैकहोल भी अपनी धुरी पर घूमते हैं। इसकी गति का पता लगाने में बादल मदद करते हैं।
वैसे तो Black Hole की गति नापने के लिए खगोलविद प्रोक्सीज (Proxies) पर निर्भर होते है, लेकिन इससे स्पिन का सटीक अंदाजा नहीं लगता है। ऐसे में उन्होंने इवेंट होराइजन के पास बादलों का सर्किट देखकर इसके स्पिन का पता लगाने की कोशिश की। खगोलविदों ने इवेंट होराइजन के पास से आने वाली एक्स विकिरणों की चमक को मापा। इसी चमक से उनकी गति का भी पता चल सका।