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सीहोर

ग्रामीणों ने बैल और भैंस को पहना दिए मास्क, कहा- डर है कहीं हमारे यहां कोरोना ना फैल जाए

ग्रामीणों को कहना है कि जानवर गंदगी में रहते हैं ऐसे में कोरोना फैल सकता है।

सीहोरApr 03, 2020 / 06:48 pm

Pawan Tiwari

ग्रामीणों ने बैल और भैंस को पहना दिए मास्क, कहा- डर है कहीं हमारे यहां कोरोना ना फैल जाए

ग्रामीणों ने बैल और भैंस को पहना दिए मास्क, कहा- डर है कहीं हमारे यहां कोरोना ना फैल जाए

सीहोर. कोरोना वायरस के कारण देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग मास्क का प्रयोग कर रहे हैं वहीं, अब जानवरों में भी कोरोना का खतरा बढ़ गया है। जानवरों को भी सुरक्षा के तौर पर मास्क पहनाया जा रहा है। दरअसल, मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में ग्रामीणों ने अपने मवेशियों को कोरोना से बचाने के लिए अपने बेलों को भी मास्क पहना दिया है। ग्रामीण अपनी भैंस, बैल और गाय को मास्क पहना रहे हैं।
ग्रामीणों ने बैल और भैंस को पहना दिए मास्क, कहा- डर है कहीं हमारे यहां कोरोना ना फैल जाए
दरअसल, मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के चंदेरी गांव के ग्रामीणों ने कोरोना के फैलते संक्रमण से बचने के लिए मवेशी, भैंस, बैल को मास्क बनाकर पहनाएं हैं। जिससे कोरोना मवेशियों के माध्यम से गांव को लोगों में नहीं। इसके साथ ही मवेशियों को भी कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके। क्योंकि इस समय गेंहू की फसल निकाली जा रही है। ग्रामीण बैलों को जब बैलगाड़ी में बांधकर खेत मे ले जाते हैं तो मास्क लगाकर ही ले जाते हैं ताकि जब वह खेत से गांव में आए तो संक्रमण गांव में ना फैले।
ग्रामीणों ने बैल और भैंस को पहना दिए मास्क, कहा- डर है कहीं हमारे यहां कोरोना ना फैल जाए
कृषक हरि सिंह ने बताया कि कोरोना बीमारी चल रही है। मवेशी गंदगी में घूमते रहते हैं, ऐसे में डर है कि कहीं बीमारी ना फैल जाए। इसलिए हमने बीमारी से बचने के लिए बैलों को मास्क पहनाए हैं। खेत जाते और आते दोनों समय बैलों को मास्क लगाते हैं ताकि बीमारी से बचा जा सके। वहीं, किसान एमएस मेवाड़ा ने बताया कि बैल खेतों पर आते हैं और फिर वापस गांव जाते हैं। बैलों के कारण यह बीमारी हमारे घरों में पहुंच सकती है। हमें इस बीमारी से खुद और गांव को बचाना है इसलिए हम लोग अपने मवेशियों को मास्क पहनाते हैं ताकि बच्चों और गांव को कोरोना बीमारी से बचाया जा सके।
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